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केएनएस हॉस्पिटल-25 वर्षों की सेवा और समर्पण की यात्रा

पूजा श्रीवास्तव लखनऊ।

अपनी शुरुआत के 25 साल पूरे कर रहे डा. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल की यात्रा आज से 25 साल पहले शुरू हुई थी। उस वक्त अस्पताल का उ‌द्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने किया था। इसकी आधारशिला वर्ष 2000 में डा. केएन सिंह और डा. मधुलिका सिंह ने मेयो हॉस्पिटल के नाम से की थी। इन 25 वर्षों में हॉस्पिटल ने चिकित्सा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए। कई नए आधुनिक चिकित्सा संसाधन भी जोड़े गए। आज इस अस्पताल की 25वीं वर्ष गांठ है। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप मौजूद रहे। साथ ही प्रदेश के मुखिया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपना आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, जल शक्तिमंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, विधायक ओपी श्रीवास्तव, डॉ नीरज बोरा, पंकज गुप्ता उन्नाव के साथ राज्य सभा सांसद और पूर्व डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा और सुधांशु त्रिवेदी भी मौजूद रहे। गांव तक चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने के लिए अम्बेडकरनगर में भी एक अस्पताल की स्थापना हुई। जहां कोई चिकित्सा सुविधा नहीं थी। वहां युवाओं को रोजगार देने के लिए नर्सिंग कालेज की भी शुरुआत की गई। जो पूरे देश में नर्सिंग की सेवाएं दे रहा है।

साल 2000 में डॉ. के.एन. सिंह एवं डॉ. मधुलिका सिंह द्वारा डा. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल, लखनऊ की आधारशिला रखी गई। इसका उद्देश्य था समाज को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना। उस समय क्षेत्र में उन्नत चिकित्सा सेवाओं की सख्त आवश्यकता थी। यह अस्पताल केवल इलाज के लिए नहीं, बल्कि दया और सेवा के स्तंभ के रूप में स्थापित किया गया। लखनऊ का यह पहला निजी अस्पताल बना जिसमें ICU, NICU, PICU, वेंटिलेटर, और पूरी तरह से सुसज्जित डायग्नोस्टिक सुविधाएं (पैथोलॉजी लैब, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे) उपलब्ध थीं। डा. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल ने न्यूरोसर्जरी, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी, न्यूरो फिजिशियन, प्लास्टिक सर्जरी जैसी विशेष सेवाएं भी शुरू कीं। सन 2001 में डा. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल में पहली सफल न्यूरोसर्जरी की गई, जिससे उन्नत चिकित्सा सेवाओं की दिशा में नया अध्याय शुरू हुआ।

उस वर्ष हमने महसूस किया कि लखनऊ में कुशल और करुणामय नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए, हमने अपने हॉस्पिटल से संबद्ध नर्सिंग कॉलेज की स्थापना की। 2006 में डा. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल ने कार्डियोलॉजी एवं कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी (CTVS) विभाग शुरू किए। यह एक बड़ा कदम था जिससे अब मरीजों को एक ही छत के नीचे हृदय संबंधी जटिल बीमारियों का संपूर्ण इलाज मिल सका। 2007 में 4 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर जोड़े गए ताकि सर्जिकल सेवाएं और अधिक उन्नत हो सकें। 2007 में एक अलग गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी ब्लॉक की स्थापना की गई, जिसमें उन्नत जांच एवं इलाज की सुविधाएं मौजूद हैं। 2010 तक केएनएस हॉस्पिटल ने 1 करोड़ से अधिक मरीजों की सेवा की। यह हमारे प्रति लोगों के विश्वास और हमारे समर्पण का प्रमाण है। 2013 में अंबेडकर नगर गांव में अस्पताल की स्थापना की गई, जहाँ पहले कोई बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं थी। यहाँ के युवाओं को नर्सिंग कोर्स के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं में करियर बनाने का अवसर भी दिया गया। 2012 में हमने केएनएस मेमोरियल मेडिकल कॉलेज की स्थापना की, ताकि गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा के साथ-साथ संवेदनशील और जिम्मेदार डॉक्टर तैयार किए जा सकें। इसके बाद अस्पताल में सैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (MIS) लागू किया गया, जिससे मरीज प्रबंधन अधिक सुचारु और सटीक हो गया। 2018 में पेन क्लिनिक की शुरुआत की गई, जो विशेष रूप से तीव्र और पुरानी दर्द से राहत देने हेतु समर्पित है। 2019 में डा. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल को पहली बार NABH मान्यता प्राप्त हुई, जो हमारे गुणवत्ता और सुरक्षा के उच्च मानकों का प्रमाण है।

 

2020 में आया कोविड काल संघर्ष भरा रहा। इस महामारी के दौरान डा. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल ने सिर्फ इलाज ही नहीं किया, बल्कि मानवता की मिसाल पेश की। जब परिवार साथ नहीं थे, तब हमारे डॉक्टरों और नर्सों ने मरीजों का हाथ थामा, रात-दिन सेवा की। इसी वर्ष हमें लखनऊ की सर्वश्रेष्ठ NICU सुविधा के लिए सम्मानित किया गया।

कोविड के दौरान लगातार लगातार अस्पताल में भ्रमण करते हुए आज के ही दिन मई 2021 में हमने अपने मार्गदर्शक, संस्थापक और चेयरमैन डॉ. के.एन. सिंह को खो दिया। यह हमारे लिए गहरा व्यक्तिगत क्षति थी। उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प हमने और दृढ किया। 2023 में डा.केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल ने डॉ. ऋषिकेश पाई (भारत के प्रसिद्ध फर्टिलिटी विशेषज्ञ) के साथ साझेदारी में आईवीएफ सेवाओं की शुरुआत की। अब हमारा मिशन केवल रोगों का इलाज ही नहीं, बल्कि नई जिंदगियाँ और परिवार भी बनाना है। 2024 में हमने नई तकनीक, स्टाफ ट्रेनिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए रोगियों को सर्वोत्तम अनुभव प्रदान करने की दिशा में कदम उठाए।

 

2025 – 25 वर्षों में आज जब हम डा. केएनएस मेमोरियल हॉस्पिटल की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, हम उन सभी मरीजों, कर्मचारियों और समर्थकों का आभार प्रकट करते हैं जिन्होंने इस यात्रा में हमारा साथ दिया।

 

इस पावन अवसर पर हम एक नई पहल की घोषणा करते हैं, हम अस्पताल में ट्रांसप्लांट सेवाओं की शुरुआत करने जा रहे हैं। यह एक बड़ी चिकित्सा उपलब्धि है।

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