*वरिष्ट राईन समाज सेवी कमरुल जमा एवं बिहार से डॉ प्रो0 राहत अली राईन को “गुलाम सरवर” एवार्ड से किया गया सम्मानित*
सफेदाबाद बाराबंकी (लखनऊ) में आल इंडिया जमीअतुर राईन के सदर अधिवक्ता शमशाद आलम राईन 15 अगस्त को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुसलमानों की तरक्की तालीम हासिल किए बगैर ना मुमकिन है। हम जात पात में इतने उलझे हुए हैं कि गुलाम सरवर जैसी शख्सियत के बाद दूसरा कोई गुलाम सरवर हमारे बीच पैदा नहीं हो सका।
इस लिए हमें हर हाल में अपने बच्चों बच्चियो को शिक्षा दिलवाना होगा तभी मुस्लिम समाज तरक्की कर सकता है। उन्होंने ने कहा कि जरूरत इस बात की है के हम अपने बीच से फिर एक गुलाम सरवर पैदा करें। उन्होंने बताया कि जहाँ हमारे बाप दादा की पुस्तैनी जमीन है जिन्होंने वक्फ कर रखा है कोई तालीमी इदारा नही खोला जा सका, और न चैरिटी के लिए अस्पताल ,लेकिन जब से AIJR संग़ठन जो 1992 मे हमारे बाबो अजदाद ये सोंच कर संग़ठन का रजिस्टर्ड कराया था, वो कई वर्षों से मृत अवस्था मे पड़ी हुई थी जो दो दिवसीय 13-14 नवंबर 2023 को दिल्ली मे चुनाव पारदर्शिता,निष्पक्ष और रिटर्निंग/पर्वेक्षक के निगरानी मे सपन्न कराई गई, जो एक ऐतहासिक चुनाव आल इंडिया जमीअतुर राईन का हुआ था, जिसमें सभी राज्यों से आए हुए प्रतिनिधियो ने अपना बहुमुल्य समय दे कर इस काम को अंजाम दिया था।
आज 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बच्चे बच्चियो के बीच स्टेशनरी किट लेखन समाग्री का वितरण उन बच्चे बच्चियो के बीच किया गया इसे आगे भी जारी रखा जाएगा, एवं बच्चे बच्चियो को छात्रवृत्ति/ वजीफा का भी वितरण किया जाएगा,तभी हमारे समाज में शिक्षा की क्रांति आएगी। इस अवसर पर सभी अतिथियों का देश का झंडा टोपी और गुलदस्ता से सम्मानित किया और शिक्षा की क्रांति को घर घर तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
आल इंडिया जमियतुर राईन के रास्ट्रीय संग़ठन महासचिव व राईन समाज के जुझारू नेता डा० राहत अली राईन ने भी शिक्षा की अहमियत बताते हुए नौजवानों को शिक्षा से जोडऩे की बात की। उन्होंने ने अधिवक्ता शमशाद आलम राईन AIJR सदर को अभी के वक्त का गुलाम सरवर बताया।
आज के दिन काफी संख्या में मदरसा के बच्चे बच्चियां उपस्थित हुए, अतिथियों की बातों को सुना और सभों ने संकल्प लिया के दो वक्त की जगह एक ही वक्त खायेंगे लेकिन अपने बच्चो को शिक्षा जरूर दिलवायेंगे।
उपस्थित होने वाले में मोहम्मद सफीक राईन, मोहम्मद हनीफ राईन, मोहम्मद आरिफ राईन, सफीउर राईन अधिवक्ता उबैद राईन, सुशील पांडे, अबधेश कुमार, शकील अहमद,पूजा दुबे, सुचिता मिश्रा,वैष्णवी मोहम्मद जावेद, मोहम्मद अल्ताफ राईन, कमरुल जमा, वसीम राईन, मोहम्मद सिराज राईन, मोहम्मद हसीन राईन,आदी ने संबोधित किया और शिक्षा पर अपने विचार व्यक्त किया। आज के दिन उन शहीदों को याद किया जिन्होंने अपनी कुर्बानी देश के खातिर दिया, फाँसी को चूम लिया लेकिन अंग्रेजो के सामने घुटना पर नही टेके,