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कला, शिक्षा, साहित्य के क्षेत्र से ‘वंचित’ समाज के अधिकारों के लिए उठी आवाज़ 

भागीदारी साहित्य उत्सव….

 

 

 

– ‘भागीदारी साहित्य उत्सव’ समाज कल्याण विभाग का अनूठा और सार्थक प्रयास

 

साहित्यिक विमर्श से ही आर्थिक विकास का निकलेगा समाधान -ब्रजेश पाठक

 

डबल इंजन की सरकार लगातार समाज के वंचित वर्ग को आगे बढ़ाने का कर रही काम- असीम अरुण

 

दलित साहित्य पर आयोजित कई सत्रों में प्रतिष्ठित साहित्यकारों,समाजसेवियों और स्वयंसेवी संगठनों के गणमान्यों ने किया प्रतिभाग

 

भगवान बिरसा मुंडा जनजाति के प्रतीक पर नुक्कड़ नाटक के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए आयोजित

लखनऊ। प्रदेश के समाज कल्याण विभाग और मेटाफर लखनऊ लिटफेस्ट के सहयोग से रविवार को लखनऊ में दो दिवसीय ‘भागीदारी साहित्य उत्सव’ के दूसरे दिन गोमती नगर स्थित भागीदारी भवन में ‘वंचित वर्ग की बुलंद आवाज’ विषय पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया। श्री पाठक ने कहा कि प्रदेश के समाज कल्याण विभाग ने समाज के वंचित तबके को सामने लाने का काम किया है जो कि बहुत ही अनूठा प्रयास है। उन्होंने कहा की भागीदारी साहित्य उत्सव में वंचित समाज के लोगों की पुस्तकों पर साहित्यिक चर्चा हो रही है जो कि बहुत ही सराहनीय है। श्री पाठक ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रयाग से वंचित वर्ग को आगे आने का मौका मिलेगा और हम भविष्य में उनके लिए और अच्छा कर पाएंगे।

वही समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकार समाज के वंचित वर्ग के लोगों को लगातार आगे बढ़ाने का काम कर रही है भागीदारी साहित्य उत्सव के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा पर साहित्य, मीडिया, सिनेमा, कवि, लेखक, समाज सुधारक सभी को एक मंच पर पाकर मुझे पूरा विश्वास है कि समाज में सभी को समानता दिलाने एवं बाबा साहेब के सामाजिक न्याय की अवधारणा को आगे ले जाने में सफल रहेंगे। इस मौके पर ‘यान’ फिल्म के माध्यम से विकास के साथ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े वर्ग के मर्म को दर्शाया गया है।

कार्यक्रम में ट्रांसजेंडर समुदाय की समाज में स्थिति पर एकता माहेश्वरी ने विचार रखा। उन्होंने बताया, किस तरह एक ट्रांसजेंडर को अपने घर, स्कूल से लेकर समाज में हर जगह तिरस्कार का सामना करना पड़ता है। कार्यक्रम में श्री श्यौराज सिंह बेचैन, श्री गुरु प्रसाद, श्री आशुतोष शुक्ला, श्री नदीम खान, नासिरा शर्मा आदि ने हिस्सा लिया।

 

इन पर हुई चर्चा

स्त्री विमर्श: बातें अनकही अनसुनी, क्या खोया क्या पाया, बाबा साहब द अनटोल्ड चैप्टर, मीडिया एवं सिनेमा, भगवान विरसा मुंडा जनजाति के प्रतीक आदि विषय पर चर्चा हुई।

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