पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीडब्ल्यू), भारत सरकार ने पंजाब नैशनल बैंक के लिए आयोजित किया बैंकर्स जागरूकता कार्यक्र
पंजाब नैशनल बैंक में पेंशन संबंधी कार्य संभालने वाले सीपीपीसी और मंडल स्तर के अधिकारियों के लिए दिनांक 18 अगस्त 2023 को लखनऊ में पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा बैंकर्स जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
श्री वी. श्रीनिवास, सचिव (पी एंड पीडब्ल्यू) और संजीव नारायण माथुर, अतिरिक्त सचिव (डीओपीपीडब्लू) के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के पेंशन संबंधी मामलों के संबंध में पंजाब नैशनल बैंक के फील्ड पदाधिकारियों को अपडेट करने के उद्देश्य से पेंशन नीति में सुधार और पेंशन के डिजिटलीकरण पर सत्र लिया। पेंशनभोगियों से संबंधित आयकर मामलों पर विशेष सत्र आयोजित किए गए एवं इसके साथ ही डिजिटल माध्यम से वार्षिक जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के बारे जानकारी प्रदान की गयी।
वी. श्रीनिवास ,सचिव (पी एंड पीडब्ल्यू) ने पेंशनभोगियों के कल्याण को बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा की गई पहलों के बारे में जानकारी दी और इस बात पर जोर दिया कि पेंशन का निर्बांध और सही भुगतान सुनिश्चित करने के लिए शाखाएँ पेंशनभोगियों के लिए व्यक्तिगत संपर्क का बिन्दु होनी चाहिए, साथ ही उन्होंने शिकायतों के त्वरित समाधान की आवश्यकता को भी दोहराया। उन्होंने उक्त कार्यक्रम में भाग लेने वाले पंजाब नैशनल बैंक के पेंशनभोगियों को सम्मानित किया और विभाग द्वारा की गई पहल के संबंध में उनसे बातचीत भी की।
संजीव नारायण माथुर, अतिरिक्त सचिव (डीओपीपीडब्ल्यू) ने बताया कि यह कार्यक्रम बैंकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम की श्रृंखला में छठा कार्यक्रम है और इस तरह के परस्पर संवादात्मक सत्र पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग को क्षेत्र के अधिकारियों और पेंशनभोगियों के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान के लिए यथासंभव नीतिगत पहल करने में मदद करते हैं।
संजय वाष्णेय, मुख्य महाप्रबंधक, पंजाब नैशनल बैंक, प्रधान कार्यालय – नई दिल्ली ने भी कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को संबोधित कर पेंशनभोगियों के कल्याण के लिए बैंक द्वारा की गयी पहल से अवगत किया ।
मृत्युंजय, अंचल प्रबंधक-लखनऊ, पंजाब नैशनल बैंक ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापन किया । उक्त कार्यक्रम में पंजाब नैशनल बैंक के सीपीपीसी और पेंशन से जुड़ी शाखाओं से कार्यक्रम में भाग लेने वाले 50 अधिकारियों को प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया गया।