बृहस्पतिवार को केडीए के ध्वस्तीकरण अभियान के अन्तर्गत प्रवर्तन (जोन-2) के विशेष कार्याधिकारी/उपजिलाधिकारी डा0 रवि प्रताप सिंह के नेतृत्व में सहायक अभियंता अतुल राय, अवर अभियंता सी0बी0 पाण्डेय तथा पर्याप्त सुरक्षा बल के साथ शताब्दी नगर के अन्तर्गत कैम्ब्रिज चैराहे से गम्भीरपुर चैराहे तक दोनों तरफ सड़कों पर किये गये कब्जें व टट्टर-पट्टी जे0सी0बी0 के माध्यम से हटाया गया। साथ ही कब्जेदारों को चेतावनी दी गयी कि यदि पुनः अतिक्रमण किया जाता है तो आई0पी0सी0 की सुसंगत धराओं में नियमानुसार प्राथमिकी दर्ज कराये जाने की कार्यवाही की जायेगी।
ऽ उपरोक्त के अतिरिक्त उपाध्यक्ष मदन सिंह गब्र्याल, कानपुर विकास प्राधिकरण एवं सचिव महोदय अभय कुमार पाण्डेय द्वारा अवैध/अनाधिकृत निर्माण के विरूद्ध उ0प्र0 नगर योजना एवं विकास अधिनियम- 1973 की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु दिये गये निर्देश के क्रम में प्रवर्तन (जोन-2) के विशेष कार्याधिकारी/उपजिलाधिकारी डा0 रवि प्रताप सिंह के नेतृत्व में सहायक अभियंता श्री अतुल राय, अवर अभियंता श्री सी0बी0 पाण्डेय तथा समस्त सुपरवाइजरों व पर्याप्त सुरक्षा बल के साथ आज दिनांक 07.11.2024 को निम्न परिसरों को सील किया, जिसका विवरण निम्नवत् है:-
क्र0
सं0 सील किये गये परिसर का विवरण परिसर स्वामी का नाम अभ्युक्ति
1. भूखण्ड संख्या-बी-26 रतनपुर पार्ट-2, पनकी श्री छेदी लाल पाल व अन्य मानकों के विपरीत अवैध निर्माण के विरूद्ध जारी पुलिस पत्र व कारण बताओ नोटिस के बावजूद चोरी-छिपे निर्माण कार्य किये जाने के विरूद्ध कार्यवाही।
2. भूखण्ड संख्या-ए-1/48 रतनपुर पनकी श्रीमती सुषमा द्विवेदी व अन्य
3. भूखण्ड संख्या-60 शताब्दी नगर फेस-1, पनकी श्री राजेन्द्र सिंह व अन्य
4. भूखण्ड संख्या-ए-38 शताब्दी नगर फेस-4, पनकी श्री आशीष शाह
5. भूखण्ड संख्या-22 रतनपुर, पनकी श्री अंशुपाल
ऽ उक्त 05 सील परिसरों को पुलिस अभिरक्षा मंे देने के लिए सुपुर्दगी की प्रक्रिया की गयी।
ऽ इसके साथ ही श्री रवि प्रताप सिंह, विशेष कार्याधिकारी/उप जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि शताब्दी नगर/महावीर नगर/जवाहरपुरम् क्षेत्र में भी ग्राम समाज/सीलिंग/अर्जित भूमि की जमीनों तथा के0डी0ए0 की योजना के प्लाटों का सर्वे कार्य कराया जा रहा है। सर्वे उपरान्त यथाशीघ्र ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है।
ऽ साथ ही आम जनमानस से यह भी अपील की जाती है कि अवैध निर्माण/अतिक्रमण स्वमेव हटा लें, जिससे अवैध अतिक्रमण/कब्जा/निर्माण जैसी आपराधिक एवं समाजिक बुराई से शहर को अवमुक्त किया जा सकें।
ऽ साथ ही इस प्रकार की कार्यवाही भविष्य में सतत अभियान चलाकर निरोधात्मक कार्यवाही जारी रहेगी।