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डॉ. मनसुख मंडाविया ने साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन देने की अपील की


साइकिलिंग मोटापा और प्रदूषण जैसी समस्याओं का समाधान है: डॉ. मांडविया

केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज देश के प्रमुख साइकिल निर्माताओं से मुलाकात की, जिसमें पूरे देश में साइकिलिंग को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर चर्चा किया गया। बैठक में साइकिलिंग को प्रोत्साहित करने और “फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल” पहल को और बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

डॉ. मंडाविया ने साइकिल निर्माताओं से कहा कि “मैं अपने साइकिलिंग के जुनून के कारण नियमित रूप से संसद साइकिल से जाता हूं। साइकिलिंग कई समस्याओं, जैसे मोटापे और प्रदूषण का समाधान है। हमें साइकिलिंग को फैशनेबल बनाना होगा, इसे स्वास्थ्य लाभों से जोड़ना होगा और इसकी प्रभावी रूप से मार्केटिंग करने की आवश्यकता है।”

केंद्रीय मंत्री ने साइकिल निर्माताओं से सभी आयु समूहों में साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि “हमें साइकिलिंग को ठोस लाभों से जोड़ने की आवश्यकता है, जैसे साइकिल चालकों के लिए कार्बन क्रेडिट, मुफ्त हेलमेट, या नियमित साइकिल चालकों के लिए विशेष सदस्यता लाभ क्योंकि यह प्रोत्साहन स्वाभाविक रूप से लोगों को साइकिलिंग की ओर आकर्षित करेगा।”

डॉ. मंडाविया ने अवसंरचना विकास को बढ़ावा देने के लिए साइकिलों की बढ़ती मांग की संभावनाओं को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि “हमें एक साइकिलिंग संस्कृति बनाने के लिए केवल साइकिलें बेचने की नहीं बल्कि एक साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है, साइक्लिंग हमारे कार्बन फुटप्रिंट को बहुत कम कर सकती है और हमें कार्बन क्रेडिट जैसे विकल्पों की खोज करनी चाहिए। हमें स्कूली बच्चों, कार्यालय जाने वालों और जनता को मुफ्त हेलमेट या नियमित साइकिलिंग के लिए पुरस्कार जैसे प्रोत्साहन देकर उन्हें इस अभियान में शामिल करना चाहिए।”

केंद्रीय मंत्री ने 17 दिसंबर, 2023 को दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में साइकिलिंग अभियान की शुरुआत की, जिससे साइकिलिंग को एक सतत, स्वस्थ और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन के रूप में प्रोत्साहित किया जा सके। पिछले नौ सप्ताहों में, पूरे देश में 3500 से अधिक जगहों पर  संडे ऑन साइकिल का आयोजन किया गया, जिसमें जम्मू और कश्मीर से लेकर तमिलनाडु तक और कोलकाता से लेकर औरंगाबाद तक 2 लाख से अधिक साइकिल चालकों की भागीदारी देखी गई।

 

बैठक में हीरो साइकिल्स, अल्फावेक्टर 91 साइकिल्स, डेकाथलॉन और कल्ट.फिट के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और “संडे ऑन साइकिल” पहल को समर्थन देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने प्रोत्साहन के माध्यम से साइकिलिंग समुदाय के साथ जुड़ने, साइकिलिंग को जीवन शैली के रूप में बढ़ावा देने और देश में एक जीवंत साइकिलिंग संस्कृति के विकास में योगदान देने के लिए नवीन तरीकों का पता लगाने का संकल्प लिया।

हीरो साइकिल्स के मुख्य विपणन अधिकारी रोहित शर्मा ने कहा कि “हमें केवल साइकिल बेचने की नहीं बल्कि साइकिल संस्कृति का निर्माण करने के आवश्यकता है। हमें सभी लोगों के बीच यह संदेश पहुंचाने के लिए एक टीम के रूप में काम करना होगा कि प्रतिदिन साइकिलिंग करना हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग होना चाहिए क्योंकि यह बहुत सारे लाभ प्रदान करता है और समग्र स्वास्थ्य-केंद्रित संदेश देता है। हमें संस्कृति बेचना है, उत्पाद नहीं।” बैठक की सफलता के बारे में बात करते हुए, अल्फावेक्टर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोगी उपाध्यक्ष विकास जैन ने कहा कि “पहली बार आयोजित हुआ यह बैठक हम सभी के लिए आंखें खोलने वाला है और यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि भारत सरकार इस अभियान का समर्थन कर रही है। हम माननीय केंद्रीय खेल मंत्री के सहयोग से विचारों के साथ आएंगे और सामूहिक रूप से साइकिलिंग को फैशन में वापस लाने की दिशा में काम करेंगे।”

“फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल” का आयोजन युवा मामले एवं खेल मंत्रालय  द्वारा साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीएफआई) और माई भारत के सहयोग से किया जाता है। कार्यक्रमों का आयोजन पूरे देश में एक साथ एसएआई क्षेत्रीय केंद्रों, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (एनसीओई) और खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी) में किया जाता है। संडे ऑफ साइकिल पहल के चालकों में भारतीय सेना के जवान, भारतीय डाक के डाकिए, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), प्रमुख खेल सितारे जैसे लवलीना बोरगोहेन, संग्राम सिंह, शैंकी सिंह, नीटू घनघस, स्वीटी बूरा, प्रीति पवार रूबीना फ्रांसिस और सिमरन शर्मा के साथ-साथ अमित सियाल, राहुल बोस और गुल पनाग जैसी हस्तियां शामिल हैं।

 

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