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पंजाब में सहकारी सभाओं की नई रजिस्ट्रेशन फीस का सहकार भारती का विरोध

सहकार भारती पंजाब के कार्यालय अमृतसर में प्रमुख नेताओं की मीटिंग हुई शंकर दत्त तिवारी उत्तर क्षेत्र संगठन प्रमुख कि प्रधानगी में जिसमें सहकार भारती पंजाब के कार्यकर्ताओं ने फैसला लिया

मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार ने जो नादिरशाही हुक्म जारी किया है उसके खिलाफ तैयार रहने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री पंजाब ने सहकारी सभाओं (कोआपरेटिव सोसाइटी)की रजिस्ट्रेशन फीस लागू कर दी है। जो पहले ₹ 600/ का ड्राफ्ट दी पंजाब स्टेट कोआपरेटिव डवलमेंट फैडरेशन लिमिटेड चण्डीगढ़ के नाम पर बनता था , 25 सितम्बर 2023 को गारंटी वाली पंजाब सरकार द्वारा सहकारी सभाओं की नई रजिस्ट्रेशन फीस में भारी भरकम बढोतरी किए जाने से पंजाब के किसानों और ग्रामीण व शहरी इलाकों में बेरोजगार युवाओं में भारी रोष है, लगभग ₹ 1 लाख से लेकर₹ 20 लाख तक विभिन्न सहकारी सभाओं की नई रजिस्ट्रेशन फीस रख दी है, जिससे किसानों और गांव व शहरों के बेरोजगार मिलकर समूह में कोई भी रोजगार शुरू कर सकते थे पंजाब को आर्थिक रूप से गति दे सकते थे ।
अब यह असंभव सा नहीं लग रहा है । इतनी फीस बेरोजगार युवाओं व महिलाओं और किसानों के समूह कोआपरेटिव सोसाइटी बना कर रजिस्ट्रेशन कर चलाना असंभव है।
रजिस्ट्रेशन फीस बढ़ोतरी करके सहकारी सिद्धांतों का गला घोटने का काम गारंटी वाली पंजाब सरकार ने किया है। इसलिए सरकार को यह फीस बढ़ाने का फैसला तुरन्त वापिस लेना चाहिए।
सरकारों को कुछ योजनाएं इस तरह की चलानी पड़ती है जिसमें कमाई नहीं देखी जाती है उसमें समाज के आखिरी पंक्ति में बैठे व्यक्ति तक वह सुविधा पहुंचे इसी तरह की एक योजना सहकारिता भी है, नहीं तो सभी युवा पंजाब के अपने आप नशे की ओर बढ़ते जाएंगे और विदेशों को पलायन कर जायेंगे। फीस में भारी भयंकर बढ़ोतरी के खिलाफ सहकार भारती पंजाब के सभी जिलों के डीसी को मुख्यमंत्री जी के नाम मेमोरेंडम दंगे 16 अक्टूबर से पहले, फिर अगली रणनीति तैयार करगे
इस मीटिंग कि अध्यक्षता एस डी तिवारी संगठन प्रमुख उत्तर क्षेत्र, बलराम दास बावा प्रधान, रविन्द्र ठाकुर महामंत्री पंजाब, केवल कृष्ण , कमल कुंदरा , दिनेश भारद्वाज, श्रीमती पुनम दिनेश, गुरमीत सेखों, रमेश कुमार, आज्ञापाल सिंह और उपस्थित रहे।
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