♦लखनऊ। मित्तल परिवार की ओर से अमीनाबाद रोड स्थित न्यू गणेशगंज में शहर की एकमात्र डिजिटल मूविंग जन्माष्टïमी झांकी 26 से 31 अगस्त तक प्रदर्शित की जा रही है। 31 अगस्त तक चलने वाली इन स्वचालित झांकियों में प्रतिदिन कृष्ण लीलाओं का प्रदर्शन किया जा रहा है। झांकी संयोजक अनुपम मित्तल ने बताया कि डिजिटल मूविंग जन्माष्टïमी झांकी की श्रृखला में दूसरे दिन माखन चोरी का दृश्य प्रदर्शित किया गया। कान्हा ने अपने ग्वाल बालों सखा की माखन चोर मंडली बनाई थी। इस मंडली का काम प्रतिदिन योजना बनाकर किसी ना किसी गोपी के घर से माखन चोरी करना था। माखन चोर मंडली के अध्यक्ष स्वयं कान्हा थे। कान्हा अपनी मंडली के साथ किसी गोपी के घर माखन चोरी करने के लिए निकल पड़े। उस दिन गोपी किसी रिश्तेदार के यहां गई थी। कान्हा व चोर मंडली ने गोपी के घर के दरवाजे को चोरी छुपे खोला और घर में घुस गए। कान्हा ने गोपी के घर में ऊपर रस्सी से बंधी हुई माखन की मटकी को देखा। कान्हा ने चोर मंडली से कहा जल्दी से एक पिरमिड बनाओ तभी हम इस माखन मटकी तक पहुंच सकते हैं। चोर मंडली ने तुरंत एक पिरामिड बनाया। कान्हा पिरामिड पर चढ़कर माखन की मटकी को नीचे उतार लाते हैं और गांव के बगीचे में मटकी के माखन को आपस में बांटकर खूब मजे से खाकर आनंद उठाते है। इस प्रसंग को देखकर क्यों भी कह सकता है कि न्यू गणेशगंज में मचा है शोर रे भगवान कृष्ण माखन चोर रे। न्यू गणेशगंज की जन्माष्टïमी झांकी में 5 फुट ऊंची अयोध्या वाले रामलला के दर्शन, पूतना वध की झांकी एवं मंगल पर लैंड करता रोवर वाला सेल्फी कार्नर सभी भक्तों के लिए आकर्षण केंद्र बना हुआ है। निधि वन में सभी भक्तगण राध कृष्ण को झूला झुलाकर आनंदित हो रहे है। वहीं अन्य झांकियों में हनुमानजी के हृदय में राम सीता के अलौकिक दर्शन, 20 फुट ऊंचे शिवलिंग से मां गंगा का अवतरण, मदारी का खेल दिखाते हुए बंदर, सपेरा की बीन धुनों पर नाचते हुए सांप की एनिमेडेट स्वचालित झांकियां सभी भक्तगणों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। न्यू गणेशगंज झांकी स्थल को कोलकाता की रंग बिरंगी मूविंग एलईडी लाइटों, पैनलों एवं विशालकाय तोरण द्वारों पर कान्हा की लीलाओं को बहुत सुन्दर ढंग से उकेरा गया था। झांकी स्थल को दोनों ओर कृष्ण की विविध लीलाओं को विशालकाय पटिट््काओं के माध्यम से सचित्र दिखाया जा रहा है। मंगल पर रोवर वाला थ्रीडी सेल्फी कार्नर में क्या बच्चें क्या जवान सभी सेल्फी फोटो खीचकर आनंद उठा रहे थे। 28 अगस्त बुधवार को अघासुर का वध के दृश्य दिखाया जाएगा। झांकियों का खुलने समय प्रतिदिन सांय 7 बजे से मध्यरात्रि 12 तक।