वायु वशिष्ठ विद्युत जामवाल ,अर्जुन रामपाल ,नोरा फतेह और एमी जैक्सन स्टारर फिल्म क्रैक एक अच्छा टाइम पास है, फिल्म एक्शन के लिहाज से अच्छी और स्टोरी के हिसाब एवरेज है कहने को फिल्म मल्टी स्टारर है पर फिल्म पूरी तरह विद्युत जामवाल एक कंधे पर टिकी है और वही इस फिल्म को आखिरी तक लेके भी जाते हैं एक्शन फिल्मों के शौकीन हैं तो यह फिल्म आपके लिए है. विद्युत के द्वारा किए गए एक्शन में उनकी मेहनत दिखती है और असल में फिल्म की जान उनका एक्शन ही है. अर्जुन रामपाल विलेन के किरदार में ठीक ठाक से ही लगें हैं। फिल्म में कई एक्शन सीन काफी अच्छे हैं, जैसे फिल्म के एंड में साइकिल के कुछ सीन फिल्म के पहले हाफ में विलेन के गुंडों से विद्युत की फाइट, हालांकि आप पहले भी विद्युत की फिल्मों में ये देख चुके हैं फिर भी वो सीन आपको नए लगते हैं।
बाते करें फिल्म की कहानी की तो न न घबराएं बिलकुल नहीं फिल्म में कहानी भी है बहुत अच्छी नहीं पर है तो सही, कहानी है दो भाइयों की जिन्हें खतरों के खिलाड़ी बनने का शौक होता है. और यही शौक उन्हे ले जाता है वर्चुअल गेमिंग श्डंपकंदश् में जहां होते हैं खतरनाक स्टंट वाले गेम, जहां जो जीतता है वो जीता है और इस हार जीत के खेल में विद्युत का बड़ा भाई पहले ही अपनी जान गंवा चुका है अब विद्युत का एक ही लक्ष्य है अपने भाई का और अपना सपना पूरा करना जिसके लिए सिद्धू यानी विद्युत जामवाल मैदान में अपनी किस्मत को आजमाने निकाल जाता है। मैदान का राजा है अर्जुन रामपाल हालांकि उसके ऊपर भी कोई है वो कौन है क्या विद्युत जामवाल मैदान मार पाएगा, कैसे वो सारे गेम जीतता और उस बीच क्या क्या होता है और एक महत्वपूर्ण बात क्या अर्जुन का भाई गेम के चलते मारा या जानबूझ के मारा गया इन सब चीजों को जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी। एमी जैकसन पुलिस के किरदार में ठीक हो ठाक लगी हैं उनके पास करने को कुछ खास था भी नही नोरा फतेही का किरदार सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर का है जो पब्लिक को इन्फ्लुएंस नही कर पता है। अगर जनता नोरा को हाय गर्मी के अंदाज में देखने के मकसद से थियेटर में गई है तो निराशा ही हाथ लगेगी।
फिल्म की बात करें तो फिल्म इतनी भी बुरी नही है, कहीं भी आपको बोर नहीं करती है। बस कुछ नया नही मिलेगा। एक्शन लवर को फिल्म पसंद आएगी। एक बार तो देखी जा सकती है।