स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग की प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाना जरूरी है ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। यें बातें पहले स्टार्टअप फाउंडर्स राउंडटेबल में उत्तर प्रदेश के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स कैबिनेट मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने बापू भवन, लखनऊ में कही।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि कृषि के बिना देश की अर्थव्यवस्था मजबूत नहीं हो सकती और “विकसित भारत तभी बनेगा जब गांवों से पलायन रुकेगा।” उन्होंने स्टार्टअप्स के लिए एक त्वरित ‘हेल्प डेस्क’ स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्रता से किया जा सके और प्रदेश में एक मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम का निर्माण हो।
मंत्री ने सभी स्टार्टअप्स से संवाद और सुझाव आमंत्रित करते हुए कहा कि वे अपनी समस्याएँ और विचार पदवि/पजचवसपबलनचण्हवअण्पद पर साझा कर सकते हैं। यह बैठक उत्तर प्रदेश में नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान देगी।
बैठक में विभिन्न क्षेत्रों के स्टार्टअप्स ने भाग लिया और अपनी परियोजनाएँ प्रस्तुत कीं। इनमें स्पोर्ट्स स्टार्टअप ने बच्चों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने पर जोर दिया, जबकि बायोडीजल जनरेशन स्टार्टअप ने वेस्ट ऑयल से बायोडीजल उत्पादन कर स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की पहल की। स्किल डेवलपमेंट स्टार्टअप ने गैर-तकनीकी उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देकर उन्हें तकनीकी क्षेत्र में कुशल और रोजगार योग्य बनाने पर ध्यान केंद्रित किया। इसके अलावा, वेस्ट मैनेजमेंट स्टार्टअप ने स्मार्ट पोर्टल के माध्यम से कचरे के स्मार्ट पृथक्करण और पुनर्चक्रण की आधुनिक व्यवस्था प्रस्तुत की। ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी स्टार्टअप्स ने तकनीकी नवाचारों को प्रदर्शित किया और सोलर मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को सामने रखा।