गायत्री नगर लखनऊ दक्षिण स्थित नवयुग शाखा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र प्रचारक श्री अनिल जी का प्रवास हुआ। इस अवसर पर उनके साथ लखनऊ विभाग प्रचारक श्री अनिल जी, दक्षिण भाग के प्रचारक श्री अजीत जी, भाग कार्यवाह श्री धीरेंद्र जी, नगर संघचालक डॉ. देवेश जी, नगर कार्यवाह रामकरण जी, सेवा प्रमुख उदय भानु जी, समरसता प्रमुख भानु जी, कुटुंब प्रबोधन प्रमुख बृजेश जी, लोक भारती व्यवस्था प्रमुख कमलेश जी, नवयुग शाखा के मुख्य शिक्षक अजीत जी, शाखा कार्यवाह शैलेंद्र जी, बस्ती प्रमुख संजय जी और अन्य कुल 38 स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
शताब्दी वर्ष के आयोजन की रूपरेखा
श्री अनिल जी ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष 2025 को बड़े धूमधाम से मनाने के लिए प्रयासरत है, जो 2 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर संघ पांच महत्वपूर्ण आयामों पर कार्य करेगा: कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, नागरिक अनुशासन, पर्यावरण संरक्षण और स्वदेशी का भाव। उनका मानना है कि यह कार्यक्रम केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए एक सशक्त पहल होगी।
उन्होंने स्वयंसेवकों से अपील की कि आगामी शताब्दी वर्ष में संघ समाज में समरसता लाने के उद्देश्य से गांवों, बस्तियों और उप-बस्तियों तक अपनी गतिविधियों का विस्तार करेगा। यह न केवल एक सांस्कृतिक आंदोलन होगा, बल्कि एक सामाजिक क्रांति का रूप भी लेगा।
समरसता और समाज में बदलाव
क्षेत्र प्रचारक श्री अनिल जी ने शताब्दी वर्ष के पांच आयामों में समरसता को विशेष महत्व दिया और स्वयंसेवकों को बताया कि समाज में समरसता कैसे लाई जा सकती है। उन्होंने इसके लिए विशेष रूप से संघ के कार्यकर्ताओं को कुटुंब प्रबोधन और सामाजिक समरसता के मंत्र दिए, ताकि वे अपने कामों के माध्यम से समाज में भाईचारे और एकता को बढ़ावा दें।
नवयुग शाखा का महत्वपूर्ण योगदान
नवयुग शाखा, जो लखनऊ दक्षिण के प्रमुख क्षेत्रों में एक सक्रिय इकाई है, ने इस कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शाखा कार्यवाह शैलेंद्र जी और अन्य स्वयंसेवकों ने श्री अनिल जी का स्वागत किया और आगामी कार्यक्रमों के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
समाज के प्रति संघ का निरंतर योगदान
इस बैठक में श्री अनिल जी ने संघ के समाज सेवा कार्यों की सराहना की और आने वाले समय में समाज के प्रत्येक क्षेत्र में संघ के कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका की आवश्यकता जताई। उन्होंने जोर दिया कि संघ के कार्यकर्ता अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए हर क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए तत्पर हैं।
इस प्रवास के दौरान संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा भी आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा की गई और सभी ने आगामी शताब्दी वर्ष के आयोजन को सफल बनाने की दिशा में मिलकर काम करने का संकल्प लिया।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के आगामी कार्यक्रमों में समाज में समरसता, कुटुंब प्रबोधन और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह कार्यक्रम न केवल संघ के स्वयंसेवकों को बल्कि पूरे समाज को एकजुट करने के लिए एक बड़ी पहल होगी।