*लखनऊ*
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज लखनऊ स्थित उनके सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लखनऊ के निदेशक डॉ. प्रवीण सिंह जादौन ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को सुझाव पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें उत्तर प्रदेश में संचालित गौशालाओं का संचालन सहकारी समितियों( बी पैक्स)के माध्यम से कराने का प्रस्ताव रखा गया। उन्होंने तर्क दिया कि यदि गौशालाओं का प्रबंधन सहकारी समितियों (बी पैक्स)को सौंपा जाए, तो इससे न केवल सहकारिता आंदोलन को नई गति मिलेगी बल्कि किसानों और ग्रामीण महिलाओं को भी बहुआयामी लाभ प्राप्त होंगे।डॉ. जादौन ने बताया कि सहकारी समितियाँ गाँव-गाँव तक जमीनी स्तर पर सक्रिय हैं और ग्रामीण समाज से गहराई से जुड़ी हुई हैं। यदि गौशालाएँ इनके माध्यम से संचालित होंगी तो समिति स्तर पर रोजगार और आय के नए अवसर सृजित होंगे। साथ ही, गाय के गोबर से प्राकृतिक खाद तैयार की जा सकेगी, जिससे किसानों को आसानी से सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जैविक खाद उपलब्ध होगी। यह न केवल खेती को टिकाऊ बनाएगा बल्कि मिट्टी की उर्वरता को भी बढ़ाएगा।इसके अतिरिक्त, ग्रामीण महिलाओं को सहकारी समितियों के सहयोग से गोबर आधारित विभिन्न उत्पादों (जैसे अगरबत्ती, दीपक, खाद के पैलेट, ऊर्जा ब्रिकेट्स आदि) के निर्माण का अवसर मिलेगा। इससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार होगा। इससे गौ-संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण समाज को भी सीधा लाभ मिलेगा सहकारिता आंदोलन से जुड़ा यह नया दृष्टिकोण न केवल किसानों और ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है, बल्कि “आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश” और “आत्मनिर्भर भारत” की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश आलू विपणन सहकारी संघ के अध्यक्ष विमल कटियार ने मुख्यमंत्री से आलू उत्पादक किसानों की समस्याओं और विपणन से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। कटियार ने आलू किसानों को उचित मूल्य दिलाने और विपणन व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने संबंधी सुझाव मुख्यमंत्री के समक्ष रखे।
