एफओजीएसआई नेशनल प्रेसिडेंशियल कॉन्फ्रेंस 2025 का आगाज मेनचेस्टर ऑफ़ नॉर्थ कानपुर में तीन दिवसीय कार्यशालाओं आरंभ हुई है जिसमें देश भर के गाइनेकोलॉजिस्ट और आईवीएफ के एक्सपर्ट शामिल हो रहे हैं जिसका मकसद टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बेस्ट प्रैक्टिसेज और बेस्ट रेमेडीज को कैसे ट्रांसफॉर्म करें जिससे मरीजों का उद्धार हो सके।
एफओजीएसआईं नेशनल प्रेसिडेंशियल कॉन्फ्रेंस 2025 की कार्यक्रम संयोजक डॉ किरण पांडे ने एक निजी होटल में कार्यक्रम के दौरान बताया।
इस मौके पर कार्यक्रम अध्यक्ष डॉक्टर मीरा अग्निहोत्री ने बताया कि आज हमारा स्वास्थ्य संवाद हुआ जिसमें स्कूली बच्चे और विभिन्न संगठनों के लोग व डाक्टर शामिल हुए जिसका मकसद *”आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी”* ।
इंफ्रलिलिटी वर्कशॉप की अध्यक्ष डॉ किरण पांडे ने बताया कि बदलती हुई जीवन शैली की वजह से बचपन की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है डाक्टर प्रज्ञा मिश्रा ने बताया कि बांझपन शिकार महिलाओं में क्या जांचें और किस तरह से इलाज की पहल करनी चाहिए।
मुंबई से आए हुए डॉक्टर रेने श्रीधर ने बताया कि महिलाओं और पुरूषों के बीच बढ़ते नपुंसकता और बांझपन के कारणों को बताया साथ इससे जुड़े हुए आंकड़ों को भी पेश किया और संवाद कर लोगों की जिज्ञासाओं को शांत किया।
कार्यक्रम में डॉक्टर कल्पना दीक्षित डॉक्टर रेशमा निगम डॉक्टर मधु लंबा डॉ दिव्या त्रिपाठी शाह डॉ रश्मि यादव डॉक्टर गीता खन्ना डॉक्टर वंदना बंसल डॉ ललित अग्रवाल डॉ किरण पांडे डॉ कंचन शर्मा आदि मौजूद रही।