जिस तरह से आज कॉरपोरेट बिल्डिंग बनकर तैयार है इसी तरह वहां पर काम करने वालों की सोच भी बदलना चाहिए बंगले में भिखारी की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए। यह बातें आर्यावर्त बैंक के 6वें स्थापना दिवस के मौके पर बैंक के अध्यक्ष एस संतोष ने अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक सेंटर लखनऊ में कहीं। बैंक के अध्यक्ष ने कहा हमको आंध्रा ग्रामीण बैंक की तरह अपने आप को एनपीए में लाना होगा तभी हम हमारी बात होगी। हम अभी देश के आरआरबी में तीसरे दर्जे पर हैं हमको पहले दर्जे पर लाना ताकि पहले दर्जे पर आना है इसी सोच के साथ बदलाव होना चाहिए तभी परिणाम चमत्कारिक होते हैं स्टेट और बैंक में जब हमारा समायोजन होगा तो उसे वक्त हम निगाह उठाकर गर्व से कह सकेंगे कि हम आर्यावर्त बैंक के कर्मचारी अधिकारी थे
