वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव डॉ. विवेक जोशी ने नई दिल्ली में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। समीक्षा बैठक में यूआईडीएआई, नाबार्ड, सिडबी, मुद्रा लिमिटेड, सीईआरएसएआई और एनसीजीटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
बैठक के दौरान, डॉ. जोशी ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई), प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई), स्टैंड अप इंडिया, पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि), पीएम विश्वकर्मा, पीएम सूर्य घर योजना, पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण (ईबीपी) और संपीड़ित जैव गैस (सीबीजी) वित्तपोषण आदि सहित विभिन्न वित्तीय समावेशन योजनाओं के तहत प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने बैंक रहित गांवों में बैंकों की ईंट और मोर्टार शाखाएं खोलने की प्रगति की भी समीक्षा की। डॉ. जोशी ने कहा कि सरकार की विभिन्न प्रमुख योजनाओं के माध्यम से देश में सामाजिक सुरक्षा का विस्तार करने और वित्तीय समावेशन को गहरा करने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है,
उन्होंने पीएसबी से सरकार द्वारा की गई वित्तीय समावेशन पहलों को और मजबूत करने के लिए अंतिम मील तक पहुंचने की दिशा में मेहनत से काम करने का आग्रह किया। बैठक के दौरान सीकेवाईसी, जन समर्थ पोर्टल और आधार सीडिंग आदि से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
यूआईडीएआई के सीईओ ने भी बैठक में भाग लिया, जिसमें आधार प्रमाणीकरण करते समय बैंकों को लाभ पहुंचाने के लिए यूआईडीएआई द्वारा लॉन्च किए गए नए उत्पाद को प्रदर्शित किया गया।
डॉ. जोशी ने बैंकों से बैंकिंग सेवाओं में ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने पर अधिक जोर देने का अनुरोध किया।