अवध वन प्रभाग, लखनऊ द्वारा कुकरैल वन क्षेत्र में ’स्मृति वन’ की स्थापना की गई। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में भारतीय वन सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारियों ने पौधारोपण किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वन, पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार, और विशिष्ट अतिथि अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह और मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष एस.के. शर्मा, प्रधान मौजूद रहे।
’स्मृति वन’ का उद्देश्य भारतीय वन सेवा के उन सभी अधिकारियों की स्मृति को जीवित रखना है जिन्होंने पिछले तीन या चार दशकों में वन एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस स्मृति वन में विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित किए गए, जिनमें मौलश्री, अमलताश, हरसिंगार और सीता अशोक प्रमुख हैं।
मुख्य अतिथि डॉ. अरुण कुमार ने अपने उद्बोधन में सेवानिवृत्त अधिकारियों से अपने अनुभवों और सुझावों को साझा करने का अनुरोध किया ताकि वन विभाग को पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में निरंतर मार्गदर्शन मिलता रहे और 36.50 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य को और बेहतर बनाया जा सके।
इस अवसर पर संजय श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव), सुनील चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (अनुश्रवण एवं कार्ययोजना), और अशोक कुमार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, सहित वन विभाग के उच्च अधिकारी भी उपस्थित रहे।
रेणु सिंह, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक/मुख्य वन संरक्षक, लखनऊ मंडल, ने सभी सेवानिवृत्त अधिकारियों का स्वागत करते हुए उन्हें मोमेंटो भेंट किया।
डी.एफ.ओ. लखनऊ सितान्शु पाण्डेय के निर्देशन में यह वृक्षारोपण कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
’स्मृति वन’ में भविष्य में सेवानिवृत्त अधिकारी कुकरैल वन क्षेत्र में आकर ’एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण कर अपनी सहभागिता दर्ज करा सकते हैं, जैसा कि प्रधानमंत्री ने आह्वान किया है।