Breaking News

आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें एक अभेद्य और मजबूत ‘आतंकवाद निरोधी ग्रिड’ बनाना है, जो हर चुनौती का सामना कर सके – अमित शाह 

अमित शाह ने नई दिल्ली में ‘आतंकवाद निरोधी सम्मेलन’ का उद्घाटन किया

आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस विजन के तहत आयोजित यह वार्षिक सम्मेलन उभरते खतरों से निपटने का प्लेटफॉर्म बना है

सभी एजेंसियां देश और दुनिया में जितनी भी आतंकी घटनाएं हुई हैं, उनका विश्लेषण कर हमारी आतंकवाद निरोधी क्षमता को और बढ़ाएं

आतंकी घटनाओं में तकनीक के उपयोग के कारण आतंकवाद का परिदृश्य भी बदल रहा है, हमें उससे दो कदम आगे रहना होगा

हम संगठित अपराध पर 360 डिग्री प्रहार करने का एक्शन प्लान ला रहे हैं

ऑपरेशनल यूनिफॉर्मिटी से ही खतरे का सही आंकलन, इंटेलीजेंस शेयरिंग का सही उपयोग और कोऑर्डिनेटेड काउंटर एक्शन संभव

पहली बार सुरक्षा बलों ने आतंकी घटना की प्लानिंग करने वालों को ऑपरेशन सिंदूर से दंडित किया और अंजाम देने वालों को ऑपरेशन महादेव से न्यूट्रलाइज किया

देशभर की पुलिस का एक कॉमन एटीएस स्ट्रक्चर बहुत ज़रूरी है, राज्यों के पुलिस महानिदेशक इसका जल्द से जल्द अनुपालन करें

भारत सरकार की सारी एजेंसियां और राज्यों की पुलिस मिलकर एक ऐसी ‘टीम इंडिया’ बने जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रभावी तरीके से काम करे

केन्द्रीय गृह मंत्री ने आज छप्। द्वारा अपडेट किए गए अपराध मैनुअल का विमोचन किया और हथियार ई-डेटाबेस, संगठित अपराध नेटवर्क पर डेटाबेस की शुरूआत की

एटीएन नेटवर्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस विजन के तहत आयोजित यह वार्षिक सम्मेलन उभरते खतरों से निपटने का प्लेटफॉर्म बना है। 3 साल में हम इस कॉन्फ्रेंस को वार्षिक परंपरा मात्र एक चर्चा का फोरम नहीं है बल्कि यहां कुछ एक्श्नेबल पाइंट्स निकलते हैं और उनके क्रियान्वयन की दिशा में एनआईए और राज्यों की सभी संबंधित एजेंसियां लगातार सालभर काम करती हैं। यें बाते। राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘आतंकवाद निरोधी सम्मेलन’ का उद्घाटन करते हुए केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में कही। उन्होंने कहा कि इससे हम देश में एक मज़बूत आतंकवाद विरोधी ग्रिड बनाने में सफल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन भारत की सुरक्षा का संकल्प दोहराने का माध्यम मात्र नहीं है। श्री शाह ने कहा कि सभी एजेंसियां देश और दुनिया में जितनी भी आतंकी घटनाएं हुई हैं, उनका विश्लेषण कर हमारी आतंकवाद निरोधी क्षमता को और बढ़ाएं। गृह मंत्री ने कहा कि दुनिया में अब तकनीक के साथ-साथ आतंकी घटनाओं में तकनीक के उपयोग के कारण आतंकवाद का परिदृश्य भी बदल रहा है और हमें भी इसकी रोकथाम के लिए तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा कि भविष्य की दृष्टि से अदृश्य चुनौतियों को परखना और उनकी रोकथाम करने का राष्ट्रीय दायित्व इस सम्मेलन का है। श्री शाह ने सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से अनुरोध किया कि वे अपने यहां एक टीम बनाकर जांच और अभियोजन के लिए इस मैनुअल की स्टडी ज़रूर कराएं साथ ही संगठित अपराध नेटवर्क शुरूआत में तो फिरौती और उगाही के लिए काम करते हैं लेकिन जब इनके सरगना विदेशों में जाकर बैठ जाते हैं तो वे अपने आप आतंकवादी संगठनों के संपर्क में आ जाते हैं और फिरौती और धन उगाही का उपयोग देश में आतंकवाद फैलाने के लिए करते हैं। केन्द्रीय गृह ने कहा कि बैसरन गाटी का हमला देश को झंझोड़ देने वाला था। इस हमले से आतंकवादी देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और कश्मीर में शुरू हुए विकास के नए युग और पर्यटन को झटका देना चाहते थे। उन्होंने कहा कि तीनों आतंकियों को बहुत सटीक आसूचना के आधार पर हमारी फोर्सेस ने न्यूट्रलाइज़ कर पाकिस्तान को कठोर संदेश देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यह पहली आतंकी घटना है जिसमें आतंकी घटना की प्लानिंग करने वालों को हमने ऑपरेशन सिंदूर से दंडित किया और जिन्होंने उनके हथियार बन इस घटना को अंजाम दिया उन्हें ऑपरेशन महादेव से न्यूट्रलाइज़ करने का काम किया। गृह मंत्री ने कहा कि दोनों छोर पर भारत सरकार, भारतीय सुरक्षाबलों और भारतीय जनता का एक मज़बूत मुंहतोड़ जवाब पाकिस्तान के आतंकी आकाओं को देने का काम हमारे सुरक्षाबलों और खुफिया एजेंसियों ने किया है। उन्होंने कहा कि हमारी टीम ने पहलगाम आतंकी हमले का एक कंम्प्लीट और सफल इन्वेस्टिगेशन किया है जिसे पूरी दुनिया की एजेसियां आने वाले दिनों में स्टडी करेंगी। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले की जांच के नतीजे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा करेंगी। अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में हुए धमाके की जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बहुत अच्छी जांच की है। इस पूरे नेटवर्क की जांच करने का काम हमारी सभी एजेंसियों ने बहुत अच्छे तरीके से किया। श्री शाह ने कहा कि पहलगाम और दिल्ली विस्फोट मामलों की जांच सामान्य पुलिसिंग नहीं बल्कि वाटरटाइट इन्वेस्टिगेशन का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह इस बात का भी एक बहुत बड़ा उदाहरण है कि सदैव जागरूक रहकर कोई अधिकारी किस प्रकार देश को इतने बड़े संकट से बचा सकता है।

 

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमने डीजीपी कॉन्फ्रेंस, सिक्योरिटी स्ट्रेटेजी कॉन्फ्रेंस, एनकॉर्ड बैठकों और एंटी-टेरर कॉन्फ्रेंस के बीच कोऑर्डिनेशन, कोऑपरेशन और कम्युनिकेशन के एक नए मापदंड को स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इन चार स्तंभों को हम आइसोलेशन में नहीं देख सकते, इनके बीच में एक कॉमन लाइन आतंकवाद निरोधी सम्मेलन की है। श्री शाह ने कहा कि एनआईए ने बहुत मेहनत कर एक कॉमन ।ज्ै स्ट्रक्चर बनाकर राज्यों की पुलिस को भेजा है। उन्होंने कहा कि जब हम पूरे देश का कॉमन एटीएस स्ट्रक्चर बनाते हैं, तब हर लेयर पर समान तैयारी का हमें मौका मिलता है। देशभर की पुलिस के लिए एक कॉमन एटीएस स्ट्रक्चर बहुत ज़रूरी है और सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को इसका जल्द से जल्द अनुपालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों की ।ज्ै को छप्क्।।छ और छ।ज्ळत्प्क् के उपयोग की आदत डालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जांच में छप्क्।।छ और छ।ज्ळत्प्क् का उपयोग करने से सिर्फ केस आइसोलेशन में इन्वेस्टिगेट नहीं होता बल्कि केस के अदृश्य लिंक भी सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ प्रकार के इन्वेस्टिगेशन में नेटग्रिड और कुछ प्रकार के केसों में निदान का उपयोग अनिवार्य करना चाहिए। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मल्टी एजेंसी सेंटर और नेशनल मेमोरी बैंक में सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कॉमन एटीएस स्ट्रक्चर और ऑपरेशनल यूनिफॉर्मिटी आतंकवादियों को प्रॉसीक्यूट करने में हमें फायदा देती है। जब तक हम ऑपरेशनल यूनिफॉर्मिटी नहीं लाते तब तक हम खतरे का सही आंकलन, इंटेलीजेंस शेयरिंग का सही उपयोग और कोऑर्डिनेटेड काउंटर एक्शन नहीं ले सकते। श्री शाह ने कहा कि हमें जांच से लेकर अभियोजन और काउंटर एक्शन तक यूनिफॉर्मिटी को सुनिश्चित करना है। अमित शाह ने कहा कि भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अर्थतंत्र है। हिन्द महासागर के कारण हमारा जियो-पोलिटिकल स्थान भी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, हमारी समस्याएं भी उसी अनुपात में बढ़ेंगी। देश का अर्थतंत्र जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, हमें हमारी सजगता और बढ़ानी पड़ेगी। श्री शाह ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की तैयारियां हमारी सीमाओं से शुरू नहीं होती हैं, बल्कि सीमा सुरक्षा सुनिश्चित करने की तैयारी हमें कई मील दूर से शुरू करनी पड़ेगी।

श्री शाह ने कहा कि साइबर एवं सूचना का प्रसार युद्ध, आर्थिक नेटवर्क का दुरुपयोग और आतंकवाद के हाइब्रिड फॉर्मैट के लिए हमें राष्ट्रीय ग्रिड के तौर पर एक सजग और तत्काल परिणामलक्षी कार्यवाही करने वाला सुदृढ़ तंत्र विकसित करना होगा और यह ऐसे सम्मेलनों से ही हासिल हो सकता है। अमित शाह ने कहा कि आतंकवादियों और अपराधियों के डेटाबेस को ज़ीरो टेरर का कोर असेट बनाना चाहिए। राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से अपेक्षा है कि वे इस डेटाबेस के प्रारूप का शब्दशः क्रियान्वयन करेंगे। श्री शाह ने कहा कि आने वाले दिनों में हम संगठित अपराध पर 360 डिग्री प्रहार करने की योजना ल रहे हैं। श्री शाह ने कहा कि भारत सरकार की सारी एजेंसियां और राज्यों की पुलिस से मिलकर एक ऐसी ‘टीम इंडिया’ बने जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रभावी तरीके से काम करे। उन्होंने दोहराया कि जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ेगा, हमारी चुनौतियाँ बढ़ती जाएंगी। ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी है कि देश और अधिकारियों की आने वाली पीढ़ियों के लिए हम एक ऐसा मजबूत आतंकवाद निरोधी ग्रिड बनाए जिससे वे आने वाली चुनौतियों का मजबूती से सामना कर सकें।

About ATN-Editor

Anytime news:- Web News portal, weekly newspaper, YouTube news channel,

Check Also

प्रधानमंत्री ने भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को श्रद्धांजलि अर्पित की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *