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कृषि क्षेत्र को प्रदत्त ऋण वर्ष दर वर्ष 13.7 फीसदी की वृद्धि के साथ 30 सितंबर, 2023 तक ₹1,30,694 करोड़ रहा-बॉब के एमडी सीईओे

बड़ौदा किसान पखवाड़ा के दौरान 4 लाख से अधिक किसानों तक पहुंचने का लक्ष्य

सूफिया ंिहंदी

बैक द्वारा कृषि क्षेत्र को प्रदत्त ऋण वर्ष दर वर्ष 13.7 फीसदी की वृद्धि के साथ 30 सितंबर, 2023 तक ₹1,30,694 करोड़ रहा है। बड़ौदा किसान पखवाड़ा किसानों से जुड़ाव और संपर्क का भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र के योगदान की भूमिका को रेखांकित करता है और उन्हें विशिष्ट कृषि-ऋण उत्पादों के साथ-साथ अन्य बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करके आगे बढ़ने में मदद करना है। जो 16 से 30 नवंबर को बड़ौदा किसान दिवस समारोह के साथ सम्पन्न होगा। यें बातें बैंक ऑफ़ बड़ौदा के बड़ौदा किसान पखवाड़ा के छठे संस्करण का उद्घाटन करते हुए बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी देबदत्त चांद ने कही।

उन्होंने कहा कि श्री चांद ने कहा कि दो सप्ताह तक चलने वाले इस कृषि उत्सव के दौरान, देश भर में स्थित बैंक की अर्ध-शहरी, ग्रामीण और चुनिंदा मेट्रो और शहरी शाखाएं सक्रिय रूप से भाग लेंगी। बड़ौदा किसान पखवाड़े के दौरान बैंक विभिन्न संपर्क कार्यक्रमों के माध्यम से 4 लाख से अधिक किसानों तक पहुंचने का लक्ष्य बना रहा है।

एमडी सीईओ ने कहा कि इन दो सप्ताहों के दौरान, बैंक किसानों तक पहुँचकर घर-घर केसीसी अभियान के माध्यम से किसान क्रेडिट कार्ड जैसी विभिन्न पहलों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा और साथ ही कृषक समुदाय के लाभ के लिए बैंक द्वारा प्रस्तावित कृषि उत्पादों, योजनाओं/ऑफर और डिलीवरी चौनलों के बारे में भी जागरूक करेगा। यह आयोजन केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न आत्मनिर्भर भारत योजनाओं जैसे कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ), पशुपालन अवसंरचना विकास निधि (एएचआईडीएफ), प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई), पीएम सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना(पीएम-एफएमई) आदि को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।
देबदत्त चांद ने कहा कि पखवाड़े के दौरान बैंक किसान बैठकों, चौपालों, किसान मेलों और (मिट्टी, मवेशियों और किसानों के लिए) स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करेगा और इस अवसर का उपयोग प्रतिभागियों को वित्तीय साक्षरता और साइबर धोखाधड़ी पर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए भी करेगा।

गौरतलब है कि वर्ष 2022 में आयोजित बड़ौदा किसान पखवाड़े के दौरान, किसान बैठकों, चौपालों, किसान मेलों, स्वास्थ्य शिविरों (मिट्टी, मवेशी, किसान) आदि जैसे कुल 20,152 संपर्क कार्यक्रम आयोजित किए गए और बैंक ने इस अवधि के दौरान 3,87,179 किसानों से संपर्क स्थापित किया।

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