राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के उच्चतम निर्माण मानकों, लागत प्रभावोत्पादकता और समय पर काम पूरा होने को सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने नई दिल्ली में एनएचएआई मुख्यालय में एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) प्रकोष्ठ की स्थापना की है। यह प्रकोष्ठ विशेषज्ञ जानकारी प्रदान करेगा और राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लिए डीपीआर की पूरी निगरानी को सक्षम बनाएगा। यह प्रकोष्ठ डीपीआर की समीक्षा प्रक्रिया में एकरूपता लाने में मदद करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि परियोजनाओं के कार्यान्वयन से पहले गुणवत्तापूर्ण डीपीआर तैयार की जाए और उनकी समीक्षा की जाए।
राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना के सफल कार्यान्वयन के लिए डीपीआर एक आवश्यक घटक है और इसमें परियोजना से संबंधित विभिन्न सर्वेक्षण, जांच और डिजाइन शामिल हैं। यह डीपीआर प्रकोष्ठ, आईआरसी विनिर्देशों और मानकों के अनुसार, सभी राजमार्ग घटकों (राजमार्ग और ढांचा) के लिए विभिन्न मापदंडों को अंतिम रूप देने में मदद करेगा।
इस डीपीआर प्रकोष्ठ में लगभग 40 पेशेवरों का एक समर्पित दल होगा, जिसमें प्रधान डीपीआर विशेषज्ञ तथा सड़क सुरक्षा, यातायात, भूमि अधिग्रहण, पुल, सुरंग, वन, भू-तकनीकी विशेषज्ञ और वरिष्ठ राजमार्ग विशेषज्ञ शामिल होंगे।
ये विशेषज्ञ तंत्र और निगरानी प्रणाली विकसित करने में सहायता करेंगे जो डीपीआर परियोजना के जीवनचक्र के दौरान समीक्षा प्रक्रिया के एक समान कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा, ये दल राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं से संबंधित बोली दस्तावेजों और तकनीकी शेड्यूल्स का भी अध्ययन करेगा और डिजाइन विशेषताओं के आधार पर लागत अनुमान प्रदान करेगा। ये निर्माण-पूर्व गतिविधियों की योजना बनाने और परियोजना को राजमार्ग सूचना मॉडल सॉफ्टवेयर के साथ शामिल करने में भी सहायता करेगा। प्रकोष्ठ के अधिकारी डीपीआर/डिजाइन सलाहकारों द्वारा किए गए प्रस्तावों का मूल्यांकन करने के लिए साइट का दौरा करेंगे और परियोजना से संबंधित डीपीआर में गुणवत्ता आउटपुट को बेहतर करने के लिए अभिनव प्रथाओं का सुझाव देंगे।
डीपीआर प्रकोष्ठ सटीक रिपोर्ट तैयार करने में मदद करेगा, जो विश्व स्तरीय राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास को सक्षम बनायेगा और इस तरह ये राष्ट्र के विकास में और योगदान देगा।