प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की कार्यशाला में अनुदानों से जुड़े सवाल उठे कि बैंकों को अनुदान नहीं मिल रहा है जो की लाभार्थी को दे सके वहीं अधिकारियों ने पीएमईजी में नए क्षेत्रों को जोड़ने की भी उठी मांग।

खादी और ग्रामोद्योग आयोग, लखनऊ के द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन लखनऊ में शिशिर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की अध्यक्षता में किया गया।

कार्यक्रम में डाॅ नितेश धवन, राज्य निदेशक , खादी और ग्रामोद्योग आयोग, लखनऊ, उमेश चन्द्र , संयुक्त आयुक्त, उद्योग विभाग, कानपुर, सिद्वार्थ यादव, संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी,
शैलेन्द्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक, संयोजक, एस0एल0बी0सी0 बैक आॅफ बड़ौदा, उ0प्र0 राज्य के विभिन्न जिलों के खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड अधिकारी , उ0प्र0 राज्य के विभिन्न जिलों के जिला ग्रामोद्योग अधिकारी, क्षेत्र से आये विभिन्न जिलों के जिला अग्रणी बैंक अधिकारी तथा खादी और ग्रामोद्योग आयोग, लखनऊ के अन्य कर्मचारी एवं अधिकारी इत्यादि शामिल रहे।
श्री शिशिर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा गाँधीजी के चित्र पर पुष्पाजंलि देतेे हुये कार्यक्रम की शुरूआत की गई। श्री शिशि जी द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की छोटी-छोटी पाॅलिसी से सम्बन्धित कमियों को दूर करने हेतु विभिन्न सुझाव देन के लिए आग्रह किया गया । उनके द्वारा वर्ष 2008 से 2025 तक 11 लाख लोगो को रोजगार देने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग हर वर्ष 250 करोड़से अधिक की धनराशि प्रतिवर्ष के अनुसार मार्जिन मनी निर्गत की जा रही र्है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा अनु0 जाति/जनजाति के आम नागरिको को हैन्डहोल्डिंग सर्पोट देकर रोजगार सृजन करने में मदद करने के लिए केवीआईसी, केवीआईबी, जिला ग्रामोद्योग तथा बैंको के अधिकारियों से आग्रह किया। उनके द्वारा यह भी कहा गया की स्टार्ट-अप के दौर में देश की जरूरतों के अनुसार किस तरह से उपलब्ध स्त्रोत का उपयोग करके देश को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।
डाॅ नितेश धवन , राज्य निदेशक , खादी और ग्रामोद्योग आयोग, लखनऊ, उ0प्र0 द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के विषय पर विस्तृत जानकारी दी। डाॅ नितेश धवन , राज्य निदेशक , खादी और ग्रामोद्योग आयोग, लखनऊ, उ0प्र0 द्वारा पीपीटी के माध्यम से वर्ष 2024 से तुलनात्मक विवरण करते हुये वर्ष 2025 में सकरात्मक बदलाव के विषय में विस्तृत जानकारी दी।साथ ही श्री आशुतोष कुमार सिंह, सह निदेशक द्वारा भी पीएमईजीपी योजना की विस्तृत जानकारी दी।
श्री उमेश चन्द्र , संयुक्त आयुक्त, उद्योग विभाग, कानपुर द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना के विषय में बताया की यह एक फलैक्सी योजना है, जिसका आम जनता को अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। साथ ही केवीआईसी, केवीआईबी, जिला ग्रामोद्योग तथा बैंको के अधिकारियों से भी आग्रह किया की किस तरह से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना को ज्यादा से ज्यादा लोंगो को लाभान्वित कराने का प्रयास करें।
श्री सिद्वार्थ यादव, संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना के लम्बित प्रस्तावों , भौतिक सत्यापन से सम्बन्धित तथा योजना से जुड़ी किसी भी लम्बित समस्या को जल्द से जल्द निस्तारण करने हेतु आग्रह किया गया।
श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक, संयोजक, एस0एल0बी0सी0, बैक आॅफ बड़ौदा द्वारा बैको को जल्द टारगेट पूरा करने के लिए बधाई दीया। तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना की लम्बित पड़े़ हुये प्रस्तावो पर जल्द से जल्द निस्तारण के लिए आग्रह किया। साथ ही सैकेण्ड लोन के प्रस्तावों को करने हेतु जोर दिया।
कार्यशाला में पीएमईजीपी के सफल उद्यमियों के द्वारा अपनी-अपनी सफलता की कहानी के विषय पर विस्तारपूर्वक बताया गया। इसी के साथ कार्यकम में पीएमईजीपी योजना पर खुली चर्चा के दौरान उ0प्र0 राज्य से विभिन्न जनपदों से आये हये जनपद स्तर के पदाधिकारियों द्वारा अपनी-अपनी समस्याओं को रखा , जिसका निस्तारण केवीआईसी के अधिकारियों द्वारा किया गया।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना में उ0प्र0 राज्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए
बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक को प्रथम
पंजाब नेशनल बैंक को द्वितीय तथा
बैंक आफ बड़ौदो को तृतीय पुरस्कार से सम्मनित किया गया।
साथ ही जनपदो में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए क्रमशः वाराणसी, आजमगढ़ तथा गाजीपुर के जिला अग्रणी बैंक प्रबधकों के प्रबंधको को प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार देते हुये सम्मानित किया गया।
अंत में के0पी0 , कार्यकारी , सह निदेशक-।। , खादी और ग्रामोद्योग आयोग, वाराणसी द्वारा सभी को धन्यवाद देते हुये कार्यकम का समापन किया।
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