पूजा श्रीवास्तव
प्रशांत कुमार, पुलिस महानिदेशक एवं राज्य पुलिस प्रमुख, उत्तर प्रदेश एवं शरद स. चांडक, मुख्य महा प्रबंधक , भारतीय स्टेट बैंक , लखनऊ मण्डल द्वारा साइबर सुरक्षा जागरूकता पखवाड़ा का शुभारंभ करते हुए पुलिस मुख्यालय, गोमती नगर से छ्ह प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाई, जो साइबर सुरक्षा के साथ-साथ साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ, बरेली, प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी और गोरखपुर जैसे केंद्रों के आसपास 100 किमी की परिधि में घूमेंगे।
इसके अतिरिक्त साइबर सुरक्षा से संबन्धित बुकलेट का भी अनावरण किया जो कि प्रदेश के सभी बैंक शाखायों में लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने के लिए वितरित की जाएंगी।
इस अवसर पर प्रशांत कुमार ने कहा कि आज के डिजिटल युग में जहां ऑनलाइन लेन-देन का उपयोग बढ़ रहा है , वहीं साइबर धोखाधड़ी का भी खतरा बढ़ गया है अतः यह आवश्यक है कि समय समय पर आम जनमानस को जागरूक करने के लिए साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम होते रहें । इस क्रम में, भारतीय स्टेट बैंक द्वारा आम जन मानस को साइबर धोखाधड़ी से बचाने एवं उन्हे जागरूक करने के प्रयास की सराहना करता हूँ।
वित्तीय साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए, श्री चांडक ने कहा कि आज का समय सूचना प्रौद्योगिकी का समय है। अतः यह जरूरी है कि हम इसके इस्तेमाल के साथ ही इससे जुड़े खतरों एवं जोखिमों को समझें। इस तरह के साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आम जनमानस को डिजिटल दुनिया में संभावित जोखिमों और खतरों के बारे में शिक्षित करने में मदद करते हैं।
इसी क्रम में श्री चांडक ने बताया कि साइबर वित्तीय धोखाधड़ी से जागरूक करने के लिए स्टेट बैंक लखनऊ मण्डल इस पखवाड़े के दौरान रेडियो जिंगल, समाचार पत्र में विज्ञापन के साथ साथ 24 बड़े केन्द्रों पर नुक्कड़ नाटक भी आयोजित कर रहा है।
आयोजन के दौरान, भारतीय स्टेट बैंक के महाप्रबंधकगण, उप महाप्रबंधकगण एवं एडीजी अपराध, एडीजी स्थापना, एडीजी कानून व्यवस्था, एडीजी मुख्यालय, एडीजी साइबर क्राइम, एडीजी कार्मिक, एडीजी मानवाधिकार, एडीजी/ पुलिस महानिदेशक के जी एस ओ एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण एवं बैंक के अधिकारीगण मौजूद रहे।