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सकल प्रजनन दर ने 0.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करते हुए पूर्व में 2.7 से अब वर्तमान में 2.4 प्रतिशत रह गई है इसमें शहरी में 1.9 एवं ग्रामीण में 2.5 है जिसे आगामी वर्षों में 2.1 तक लाने का लक्ष्य रखा गया है। यें बातें विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए बलरामपुर हस्पिटल के निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर एव के वी सिंह ने ओपीडी ब्लॉक के कही।
उन्होंने बताया गया कि समूचे विश्व में लगातार बढ़ती जनसंख्या गहन चिंता का विषय है वैश्विक स्तर पर इस विषय को संबोधित किए जाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस का आयोजन किया जाता है।
इस अवसर पर प्रदेश में बढ़ती जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए बलरामपुर चिकित्सालय की नर्सिंग कर्मचारी कर्मचारी एवं नर्सिंग छात्राओं के द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां भी दी गई जिसमें मुख्य रूप से बताया गया कि परिवार नियोजन आम जनमानस के मध्य पहुंचाया जाए वर्ष दर वर्ष बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने हेतु परिवार नियोजन कार्यक्रम के उपाय साधनों को जनमानस द्वारा अधिक से अधिक अपनाया जाता है तो जनसंख्या नियंत्रण होगी और संसाधनों में बढ़ोतरी होगी जिसका अधिक से अधिक लाभ जनता को मिल सकेगा संसाधनों के संचित उपयोग से प्रत्येक नागरिक को अपने विकास का अवसर प्राप्त होगा जो प्रदेश की भी तरक्की में सहायक होगा।
11 जुलाई 1987 को विश्व की जनसंख्या 5 खरब थी और इस विषय पर वैश्विक समाज को जागरुक किए जाने के उद्देश्य से विश्व जनसंख्या दिवस का आयोजन 11 जुलाई 1989 से प्रारंभ किया गया है।
पूरे विश्व की 16 प्रतिशत आबादी भारत में निवास करती हैं हमारा प्रदेश देश में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अतुल मेहरोत्रा चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर हिमांशु चतुर्वेदी समस्त चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।