*भारतीय पूर्व सैनिक बैंक कर्मचारी संघ द्वारा अधिवेशन आयोजित*
*वामपंथी देशद्रोही ट्रेड यूनियनों से बचकर रहें- आनंद राठौर, राष्ट्रीय संगठन मंत्र*
*वामपंथी बैंक यूनियनों ने सैनिक समुदाय को गाली देने का काम किया- विकास रावत, प्रदेश अध्यक्ष*
लखनऊ। भारतीय पूर्व सैनिक बैंक कर्मचारी संघ द्वारा आज शहीद पथ के पास स्टेट बैंक एन्कलेव सभागार में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मदन मोहन मौर्य एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री चंद्रशेखर अवस्थी तथा राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री आनंद राठौर के नेतृत्व में अधिवेशन आयोजित किया गया।
ज्ञात हो केरल में एक वामपंथी ट्रेड यूनिट के सहयोग से *कुछ बैंक कर्मचारियों ने कारगिल विजय दिवस पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुसर्रफ को श्रद्धांजलि देकर देश और देश के सैनिकों का अपमान किया, तो बैंकप्रबंधन ने उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की।* तब उन देशद्रोही कर्मचारियों के समर्थन में 28 अगस्त को उसी वामपंथी ट्रेड यूनियन द्वारा हड़ताल का आव्हान किया, *जिसे बाद में प्रबंधन के साथ मिलीभगत कर के वापस ले लिया गया।*
अधिवेशन में संघ के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री आनंद सिंह राठौर, ने सभी पूर्व सैनिक बैंककर्मियों को इन वामपंथी देशद्रोही ट्रेड यूनियनों से बचने का आव्हान किया तथा बैंको के अंदर बैंककर्मियों पर हमलों की बढ़ती घटनाओं पर रक्षात्मक उपाय करने, श्रमिक विरोधी कानूनों की समाप्ति, बैंकों के निजीकरण का विरोध, पाँँच दिवसीय बैंकिंग, आउट सोर्सिंग को समाप्त करने, पेंशन और पारिवारिक पेंशन को अपडेट करने हेतु भारत सरकार को इन्हें शीघ्र लागू करने पर जोर दिया।
श्री विकास सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- केरल में कुछ बैंकर्स द्वारा कारगिल युद्ध के अपराधी परवेज मुशर्रफ को श्रद्धांजलि अर्पित कर करोड़ों देशवासियों के देशप्रेम को न केवल ठेस पहुंचाई गई बल्कि सैनिक समुदाय को गाली देने का काम किया।
कार्यक्रम में संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष-श्री उदय प्रताप सिंह, प्रदेश अध्यक्ष-श्री विकास सिंह रावत, श्री संतोष कुमार, लखनऊ इकाई अध्यक्ष व सचिव श्री डी के सिंह, कोषाध्यक्ष-श्री राजीव रत्न त्रिपाठी, संगठन मंत्री-श्री मृगांक श्रीवास्तव, श्री चंद्रजीत सिंह और अमित बाजपेयी सहित प्रदेश के अन्य जिलों से आये साथियों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री धीरेन्द्र प्रताप सिंह जी के द्वारा की गई।
इस अवसर पर राष्ट्रद्रोही कार्य की सभी ने भर्त्सना करते हुये भारत सरकार से मांग की कि इन कर्मचारियों को तुरन्त बैंक सर्विस से बाहर कर उनके तथा उन वामपंथी यूनियन के विरूद्व सख्त दंडात्मक कार्यवाही की जाय ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति देश विरूद्व कार्य करने की हिम्मत न करे। *पूर्व सैनिक बैंककर्मियों ने अपने-अपने बैंकों में उच्चतम व्यावसायिक कौशल को अपनाते हुए, देश और सैन्य बलों के सम्मान को सर्वाेपरि रखने की प्रतिज्ञा ली।*
अनिल तिवारी (मीडिया प्रभारी)