मादक पदार्थों का दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार विरोधी अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में कार्यक्रम का आयोजन
‘‘नशा मुक्त भारत अभियान’’ व ‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध’ मुहिम में सहभागी बनकर इस अभियान कोे गति प्रदान करे
विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित भी किया गया
लखनऊ: 26 जून, 2025
उत्तर प्रदेश के आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए जनसामान्य से अपील की है कि ‘‘नशा मुक्त भारत अभियान’’ व ‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध’ की मुहिम में सहभागी बनकर इस अभियान कोे गति प्रदान करे। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है लेकिन जब तक हर व्यक्ति इसमें सहयोग नहीं देगा तब तक हम अपने उद्देश्यों में सफल नहीं हो पाएगें। जब हमारा समाज पूर्ण रूप से नशा मुक्त होगा तभी नैतिकता, सामाजिक मूल्यों एवं आदर्श प्रतिमानो के सिद्धांतों के साथ हम पूर्ण विकसित राष्ट्र बनने का सपना साकार कर सकेंगे।
श्री अग्रवाल ने यह विचार अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, लखनऊ मे मादक पदार्थों का दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार विरोधी अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये। इस अवसर पर आबकारी मंत्री एवं अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा मद्यनिषेध प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन किया गया। तदोपरान्त दीप प्रज्ज्वलन करते हुये कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार की नेशनल एक्शन प्लान फार ड्रग डिमांड रिडक्शन योजनांतर्गत नशा मुक्त भारत अभियान के तहत मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जनजागरुकता हेतु मद्यनिषेध प्रदर्शनी, संगोष्ठी सहित विभिन्न प्रकार के शिक्षात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
आबकारी मंत्री ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सब मद्यनिषेध दिवस के अवसर पर एकत्रित हुए हैं, यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि किसी प्रकार का नशा हमारे समाज के लिए कितना हानिकारक है। नशा न केवल हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाता है, बल्कि हमारे परिवारों और समुदायों को भी छति पहुंचता है। यह हिंसा और गरीबी का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि आइए, हम सब मिलकर एक स्वस्थ और समृद्ध समाज का निर्माण करें, जहाँ नशे के लिए कोई जगह न हो।
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष, उ०प्र० राज्य मद्यनिषेध परिषद ब्रजेश शुक्ला द्वारा नशीले पदार्थों के बढ़ते प्रचलन पर चिन्ता व्यक्त की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एल० वेंकटेश्वर लू, अपर मुख्य सचिव, उ०प्र० शासन द्वारा मादक पदार्थों के दुरुपयोग एवं उनके सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के साथ-साथ इसके बचाव के तरीकों पर व्यापक रूप से प्रकाश डालते हुए कहा गया कि ष्मद्य एवं मादक द्रव्यों का सेवन न केवल तामसिक प्रवृत्तियों को पोषित करता है, अपितु मनुष्य को प्रमाद और अधोगति की ओर भी अग्रसर करता है। उनके द्वारा अमृतकाल के इस शुभ कालखण्ड में नशीले पदार्थों से दूर रहना व आत्मशुद्धि रूपी नशामुक्ति अभियान में सहभागी बनने की अपील की गयी है।
श्री कृष्णवीर सिंह शाक्य, पूर्व सदस्य, उ०प्र० लोक सेवा आयोग द्वारा मादक पदार्थों के दुरूपयोग, रोकथाम व जनजागरूकता हेतु युवाओं विशेषकर महिलाओं की सहभागिता के संबंध में प्रकाश डाला गया। देवाशीष शुक्ला, मानसिक रोग विशेषज्ञ, बलरामपुर चिकित्सालय, लखनऊ द्वारा विभिन्न मादक पदार्थों के दुरूपयोग के मनोसामाजिक कारणों पर व्यापक प्रकाश डालते हुये उनसे बचने के तरीकों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री जलज मिश्र, पूर्व क्षेत्रीय मद्यनिषेध अधिकारी, लखनऊ द्वारा किया गया।
श्री आर०एल० राजवंशी, राज्य मद्यनिषेध अधिकारी, उ०प्र० द्वारा अपने परिचयात्मक उद्बोधन में विभाग की उपलब्धियों के साथ ही मद्यनिषेध विभाग व नशामुक्त भारत अभियान के संदर्भ में अवगत कराया गया।
कार्यक्रम के अन्त में मद्यनिषेध विभाग द्वारा दिनांक 23 जून, 2025 को आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में श्री रमेश कुमार, क्षेत्रीय मद्यनिषेध अधिकारी, लखनऊ, श्री बृजमोहन, उपक्षेत्रीय मद्यनिषेध अधिकारी, लखनऊ, श्रीमती नीतू वर्मा, जिला मद्यनिषेध अधिकारी, लखनऊ, श्री श्रीकांत सिंह व श्री संकटा प्रसाद, द्वारा भी सक्रिय सहयोग किया गया।