उत्तर प्रदेश स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई ने श्रम विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से 2025 को लखनऊ में “उत्तर प्रदेश से बाल श्रम उन्मूलन” विषय पर सम्मेलन का सफल आयोजन
यह सम्मेलन उत्तर प्रदेश सरकार के उस वमशन के अनुरूप है, वजसके तहत माननीय मुख्यमांत्री श्री
योगी आवदत्यनाथ जी के नेतृत्व मेंिर्ष2027 तक प्रदेश को बाल श्रम मुक्त बनानेका लक्ष्य रखा गया
है।
इस अिसर पर उद्योग जगत, नीवत वनमााताओं, अ
ंतरराष्ट्
रीय संस्थाओं, वित्तीय संस्थानोंऔर सामावजक संगठनों
नेवमलकर विवभन्न क्षेत्ों—जैसेहोटल, रेस्तरां, कृ वष, ई
ंट भट्ठे, कालीन उद्योग, घरेलूकायाऔर खुदरा दुकानों—
सेबाल श्रम को खत्म करनेके उपायोंपर चचााकी।
मुख्य अवतवथ डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम, आईएएस, प्रमुख सवचि, श्रम विभाग, नेकहा वक उत्तर
प्रदेश को 2027 तक बाल श्रम मुक्त बनानेके वलए ठोस कायषिाही करनी होगी और हर गााँि ि
कायषस्थल तक इस वमशन को पहाँचाना होगा और उन्होनेकहा की गरीबी उन्मूलन, सामावजक सुरक्षा,
स्वास्थ्यऔर वशक्षा तक पहांच प्रदान करने, बाल श्रवमकोांऔर उनके पररिारोांपर ध्यान कें वित करना
होगा । प्रमुख सवचि ने8 वजलोां(चांदौली, सोनभि, श्रािस्ती, बलरामपुर, बहराइच, वसद्धाथषनगर,
वचत्रकू ट और फतेहपुर) का उल्लेख वकया जहाां बाल श्रम बडी सांख्या मेंहै।
विवशष्ट् अवतवि श्री पुलवकत खरे, आईएएस, वमशन वनदेशक, उत्तर प्रदेश कौशल विकास वमशन, नेभी वशक्षा,
कौशल विकास और पुनिाास पर जोर वदया। उन्ोंनेबताया वक यूपीएसडीएम विवभन्न पहलुओंमेंव्यािसावयक
प्रवशक्षण प्रदान कर रहा हैऔर उन्ोंने“प्रोजेक्ट परिीन” पर भी प्रकाश डाला, जो 9 िषासे12 िषातक के
बच्ों के वलए है, जहां व्यािसावयक प्रवशक्षण पाठ्यक्रम प्रदान करना अवनिायाहैऔर उन्ोंनेउद्योगों को
यूपीएसडीएम के साि जुड़नेके वलए आमंवत्त वकया।
सम्मेलन मेंकई विशेषज्ोंनेविचार रखे।
• श्री राजेश वनगम, सह-अध्यक्ष, पीएचडीसीसीआई, नेकहा वक वशक्षा को मौवलक अविकार मानते
हुए समाज, पररिार और उद्योग सबको वमलकर वजम्मेदारी वनभानी होगी।
• श्रीमती कविता वनगम, काांफ्रें स कन्वेनर, नेनीवतयोंको ज़मीनी स्तर पर लागूकरनेकी आिश्यकता बताई.
• डॉ. भानुजा शरण लाल (MSMVS) नेकहा वक पररिारोंको सम्मानजनक आजीविका देना ही बच्ों
को स्कू लोंकी ओर िापस लानेका सबसेअच्छा तरीका है।
• डॉ. ज़कारी एडम, प्रमुख, यूवनसेफ यूपी, नेकहा वक हर बच्ा वजसेवशक्षा और स्वास्थ्य का अिसर
वमलता है, िह समाज मेंबदलाि का िाहक बनता है। उन्होंने कहा कक हमें इस कमशन की शुरुआत सबसे
पहले अपने घर से करनी चाकहए और यह सोंकल्प लेना चाकहए कक घर पर कहई भी बाल श्रकमक काम नहीों
करेगा।
इस सत् में श्रम विभाग के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपक्तस्थत पूजा यादि, आईएएस, सवचि उत्तर प्रदेश, श्रम विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, श्रीमती नेहा प्रकाश, आईएएस, वनदेशक रोजगार, श्रम विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, नीलेश कुमार वसंह, आईएएस, विशेष सवचि, श्रम विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, कल्पना श्रीवास्तव, अवतररि श्रम आयुि, लखनऊ, श्रम विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार और भी कई अन्य लोगो ने प्रतिभाग किया।
इस सम्मेलन मेंलेबर वडपाटामेंट की तरफ से ररज़िान अली नेबाल वकशोर श्रम अधिनियम में कहीं।
संशोिन के ऊपर चचााकी उसके उपरांत यूवनयन बैंक की तरफ से एक प्रेजेंटेशन हुई और बाल श्रम को
समाप्त करनेके वलए एक पैनल चर्चा हुई ,
मे कविता यावर अली शाह, कप्तान राजेश तिवारी और मुहम्मद फरहान ने विस्तारस बताया।
कायाक्रम के अंत में अतुल श्रीवास्तव पीएचडीसीसीआई, ने सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया और कहा कि आज की सामूवहक प्रवतबद्धता 2027 तक उत्तर प्रदेश से बाल श्रम उन्मूलन के लक्ष्य को तेजी से आगे बढाएगी।
👉 कोई भी बच्चा वशक्षा, गररमा और सुरवक्षत बचपन से वंचित न रहे।
*********************