केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एसकेआईसीसी श्रीनगर में डीओपीपीडब्लूडी बैंकर्स जागरूकता कार्यशाला का उद्घाटन
चेहरा पहचानने की तकनीक शुरू होने के बाद से अब तक 37 लाख से अधिक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके हैं और प्रौद्योगिकी में हुई प्रगति को पेंशनभोगियों के लाभ में लाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
यें बातें पेंशन और पेंशन भोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) द्वारा बैंकर्स जागरूकता कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी; पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, श्रीनगर में कही।
मंत्री ने कहा कि चेहरा पहचान तकनीक के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी करने के लिए नवंबर 2023 में एक देशव्यापी अभियान शुरू किया जाएगा और फिलहाल इसके विवरण पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह अभियान देश भर के 100 से अधिक शहरों को कवर करेगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पेंशन नीति के साथ-साथ पेंशन संबंधी प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण में भी किया गया है जो कि पिछले 50 वर्षों के दौरान पेंशन नियमों में कई संशोधन हुए हैं और कई स्पष्टीकरण आदेश/निर्देश जारी किए गए हैं। इन्हें समेकित किया गया है और दिसंबर, 2021 में केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) नियम, 2021 के रूप में लाया गया है।
डॉ. सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार पेंशनभोगियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और इस तथ्य का प्रमाण यह है कि कई अप्रचलित कानूनों को खत्म कर दिया गया है। पेंशन सुधारों के मामले में जो खालीपन था उसे अब भर दिया गया है।
कार्यशाला प्रक्रियाओं और पेंशनभोगियों की शिकायतों को संभालने में बैंक अधिकारियों के सामने आने वाले मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करती है और बैंक अधिकारियों द्वारा भेजे गए किसी भी सुझाव पर ध्यान देती है।
चूंकि प्रमुख पेंशन वितरण प्राधिकरण बैंक हैं, इसलिए डीओपीपीडब्ल्यू ने बैंकों के केंद्रीय पेंशन प्रसंस्करण केंद्रों (सीपीपीसी) के साथ-साथ बैंक में पेंशन संबंधी काम संभालने वाले उनके क्षेत्रीय पदाधिकारियों के लिए ऐसी जागरूकता कार्यशालाओं की एक श्रृंखला शुरू की है।
इस कार्यशाला में सीपीपीसी और भारतीय स्टेट बैंक की पेंशन से जुड़ी शाखाओं के 50 से अधिक अधिकारी भाग ले रहे हैं। इसी तर्ज पर बैंकर्स जागरूकता कार्यशालाएं 2023-24 में अन्य पेंशन वितरण बैंकों के सहयोग से आयोजित की जाएंगी। कार्यशाला में पेंशनभोगियों को पेंशन और बैंकिंग से संबंधित कई सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से डीओपीपीडब्ल्यू के एकल-खिड़की एकीकृत पेंशनभोगी पोर्टल के साथ 17 बैंकों को एकीकृत करने की दिशा में एक रोड-मैप तैयार करने की भी उम्मीद है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने अक्टूबर, 2022 में एकीकृत पेंशनर्स पोर्टल के साथ एसबीआई पेंशन सेवा पोर्टल के एकीकरण का उद्घाटन किया है।
गौरतलब है कि कार्यशालाओं का उद्देश्य पेंशन वितरण बैंकों के लिए प्रासंगिक विभिन्न नियमों और प्रक्रियाओं के बारे में जागरूकता फैलाना है और साथ ही पेंशनभोगियों के लिए जीवनयापन में आसानी सुनिश्चित करने के लिए कंेद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में जागरूकता फैलाना है।