“स्तनपान मार्ग दर्शिका के विमोचन
पूजा श्रीवास्तव
राजकीय तकमील उत्तिब कालेज एवं चिकित्सालय लखनऊ के परास्नातक विभाग निस्वां व कबालत द्वारा हर साल की तरह साल भी 01 से 07 अगस्त के बीच स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम के अन्तर्गत हर दिन अलग-2 जैसे-पेटिंग प्रतियोगिता, निबन्ध प्रतियोगिता, जन-जगरुकता अभियान एवं सेमीनार आदि का आयोजन किये गये। जिसमें पेटिंग व निबन्ध प्रतियोगिता का सफल आयोजन विभाग की प्रवक्ता डा0 मरियम रुकैय्या द्वारा कराया गया।
अंतिम दिन विभागाध्यक्ष द्वारा तैयार की गई स्तनपान हेतु मार्गदर्शिका का विमोचन संस्था के प्रधानाचार्य एवं अधीक्षक प्रो0 अब्दुल कवी द्वारा किया गया, इस अवसर पर डा0 मनीराम सिंह, प्रो0 अता उल्लाह खान, प्रो0 साफिया लोखण्डे, डा0 बच्चू सिंह, डा0 रख्शिन्दा बेग, डा0 मो0 शाकिब, डा0 मो0 जुबैर, डा0 मरियम रुकैय्या सहित विभाग के पी0जी0 स्कालर शमिल हुये।
इस मौके पर विभाग की पी0जी0 स्कालर डा0 नवाज़िशा, डा0 रुशदा फातिमा ने अपनी-2 प्रस्तुति दी, इन्होने क्रमशः दूध पिलाने को तकनिक व पर्याप्त स्तनपान हेतु आवश्यक गिज़ा व दवा के इस्तेमाल के बारे में बताया इस अवसर पर कालेज के प्राचार्य प्रो0 अब्दुल कवी, डा0 रख्शिन्दा बेग, प्रो0 अता उल्लाह ने अपने विचार साझा किये, प्रो0 कवि ने हर वर्ष इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु विभाग निस्वां व कबालत के विभागाध्यक्ष सहित विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों एवं पी0जी0 स्कालर को बधाई व धन्यवाद देते हुये मां के दूुध की अहमियत पर प्रकाश डालते हुये अपने अनुभव भी साझा किये।
अन्त में डा0 मनीराम सिंह ने पुरे साप्ताहिक कार्यक्रम का निष्कर्ष निकालाते हुये कहा कि मां के दूध का कोई बदल हो ही नहीं सकता, शिशु के लिये मां का दूध गिज़ा भी दवा भी है। दूध बढ़ाने वाली बैसतर औषधियां जैसे- सौफ, जीरा, कलौजी, मेथी आदि हर भरतीय की रसोई में उपलब्ध है। जिन्हे चिकित्सकीय परामर्श से लिया जा सकता है।
इस अवसर पर डाक्टर्स, पी0जी0 स्कालर, इन्टर्न आदि सहित लगभग 70-80 रोगी उपस्थित रहे, डा0 गाजाला हसमी, डा0 फारीन फातिमा, डा0 सुमबुल फातिमा, डा0 अमरीन फातिमा, डा0 हिना कौसर, डा0 वजाहत, डा0 शगुफ्ता साहाब, डा0 फारहा लुकमान, डा0 अर्जू, डा0 दरशा मुजफ्र, डा0 शाहनावाज, डा0 अब्दुल खालिक, डा0 प्रियंका आदि सहित सारदा, कु0 अजरा बेबी मौजूद रही।)