मैनुअल से डिजिटल चेक-इन और प्रवेश द्वार प्रक्रियाओं में रूपांतरण दर को बढ़ाने, परेशानी मुक्त और त्वरित यात्री आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए डिजीयात्रा को बढ़ावा देना है । यें बातें हवाईअड्डा संचालकों के साथ एक सलाहकार समूह की बैठक के दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने नई दिल्ली में कही।
यह सुविधा घरेलू यात्रियों के लिए देश के 13 हवाई अड्डों पर उपलब्ध है, जिनमें लखनऊ, मुंबई, अहमदाबाद, कोच्चि, जयपुर, गुवाहाटी, दिल्ली, बैंगलोर, वाराणसी, विजयवाड़ा, पुणे, हैदराबाद और कोलकाता हवाई अड्डे शामिल हैं।
सर्वाेत्तम प्रथाओं का पता लगाने के लिए, हवाईअड्डा संचालकों को अन्य देशों में सफलतापूर्वक उपयोग किए जा रहे बायोमेट्रिक सक्षम मॉडल प्रस्तुत करने का भी काम सौंपा गया।
उन्होंने आश्वासन दिया कि मंत्रालय इस अवधि के दौरान यात्रियों के लिए सहज और समय बचाने वाली यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए हर संभव उपाय को सक्रिय रूप से लागू कर रहा है।
बैठक में जीएमआर एयरपोर्ट्स, अदानी एयरपोर्ट्स, बीआईएएल, कोचीन एयरपोर्ट और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण सहित सभी हवाईअड्डा संचालकों ने भाग लिया। बैठक में सचिव नागरिक उड्डयन, वुमलुनमंग वुअलनाम, डीजी बीसीएएस, जुल्फिकार हसन, डीजी डीजीसीए, विक्रम देवदत्त और मंत्रालय के अन्य संयुक्त सचिव और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।