पिछलों सालों की तरह इस साल भी बेटियों ने मेडल जीतने को कोई कसर नहीं रखी है इस साल भी बेटियों के हिस्से में 70 फीसदी मेडल आयेें है। डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय का 22वां दीक्षांत समारोह मंगलवार को दोपहर 1ः30 बजे परिसर स्थित पं0 अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में आयोजित किया जाएगा। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलाधिपति राज्यपाल, उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल करेंगी। जबकि बतौर मुख्य अतिथि सीईओ एमिरेट्स-जेएसडब्ल्यू, एमजी मोटर्स इंडिया राजीव चाबा जी शामिल होंगे। वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में मंत्री प्राविधिक शिक्षा विभाग आशीष पटेल जी शामिल होंगे। ये बातें प्रेसवार्ता के दौरान कुलपति जे पी पांडेय ने परिसर में बतायी।
इस बार विश्विद्यालय से सम्बद्ध संस्थान मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीरियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मेरठ के बीटेक कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीरियनिंग (डाटा साइंस) की छात्रा झलक जैन ने सर्वाेच्च स्थान प्राप्त किया है। छात्रा को बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से प्रोत्साहन के तौर पर 31 हजार रूपया भी दिया जाएगा। जबकि कमल रानी वरूण स्मृति स्वर्ण पदक बीटेक के सभी ब्रांच में अनुसूचित जाति की सभी उत्तीर्ण छात्राओं में सर्वाेच्च स्थान पाने वाली कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीरियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गाजियाबाद की छात्रा श्रुति सिंह को दिया जाएगा। समारोह में कुल 39 स्वर्ण, 27 रजत और 25 कान्स्य पदक सहित कुल (91) पदक मेधावियों को दिये जाएंगे। अलग-अलग पाठ्क्रमों के 47269 छात्रों को डिग्री दी जाएगी। जबकि 46 छात्रों को विभिन्न विषयों में पीएचडी डिग्री अवार्ड होगी।
प्रदेश में उद्यमिता और नवाचार की संस्कृति विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए दीक्षांत समारोह के दौरान इस बार छह श्रेणियों में स्टूडेंट स्टार्टअप अवार्ड दिया जाएगा। इसमें एक अवार्ड वोमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड दूसरा बेस्ट सोशल इम्पैक्ट स्टार्टअप अवार्ड, तीसरा बेस्ट टेक इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड, चौथा एसिसिबिलिटी अवार्ड, पांचवां सस्टेनेबिलिटी चौंपियन और छठां हेल्थ इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड है। बेस्ट वोमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड के लिए स्टार्टअप कंपनी में एक महिला डायरेक्टर का 25 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ होना जरूरी है। वहीं, बेस्ट सोशल इम्पैक्ट अवार्ड का चयन स्वास्थ्य, भारतीय भाषा, शिक्षा, जीवनशैली जैसे सामाजिक क्षेत्रों में कार्य करने वाले स्टार्टअप कंपनी को दिया जाएगा। जबकि बेस्ट टेक इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड इनोवेटिव पेटेंट तकनीकी विकसित कर वस्तुओं और सर्विस के क्षेत्र और डिजिटल मंच पर कार्य करने वाली स्टार्टअप कंपनी को मिलेगा।
इसी तरह दिव्यांगों की सुविधा प्रदान करने वाले स्टार्टअप को एक्सिसबिलिटी अवार्ड दिया जाएगा। जलवायु परिवर्तन, कूड़ा प्रबंधन, निन्योबल एनर्जी से जुड़े स्टार्टअप को सस्टेनेबिलिटी चौंपियन अवार्ड दिया जाएगा। जबकि स्वास्थ्य से जुड़े स्टार्टअप को हेल्थ इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड मंच से दिया जाएगा। यह अवार्ड विश्वविद्यालय के किसी छात्र या छात्रा की स्टार्टअप कंपनी को ही दिया जाएगा। जो पढ़ने के साथ स्टार्टअप भी संचालित कर रहा हो।
समारोह में कुलाधिपति राज्यपाल, विश्वविद्यालय के गोद लिये गये 12 गांवों के विद्यालयों में आयोजित हुए चित्रकला, निबंध एवं कहानी कथन प्रतियागिता के विजेता बच्चों को सम्मानित भी करेंगी।
इसके अलावा विश्वविद्यालय लगातार शैक्षिणिक माहौल बेहतर करने के साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू किया जा रहा है। इस क्रम में विश्वविद्यालय ने पहल करते हुए बीटेक छात्रों को माइनर डिग्री के साथ ही ऑनर्स डिग्री लेने का अवसर दिया है। जिससे कि छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा का विकल्प मिल सके।
विश्वविद्यालय ने लचीलापन लाते हुए अन्तर्विषयी पाठ्यक्रमों के तहत इंजीनियरिंग के छात्रों को फॉर्मेसी और आर्किटेक्चर में भी मानइर कोर्स करने का अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया है।
उद्योगों की जरूरतों को देखते हुए छात्रों को स्किल्ड बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय ने बीटेक के पाठ्यक्रम में बदलाव करते हुए 160 क्रेडिट के कोर्स में अब चार क्रेडिट का स्किल कोर्स और दो क्रेडिट स्टार्टअप से जुड़ा रहेगा।
विकसित भारत के सपने को साकार करने में उद्यमिता और नवाचार काफी महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय ने वन डिस्ट्रिक्ट, वन इन्क्युबेशन सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इसमें इनोवेशन हब के सहयोग से करीब 163 इन्क्युबेशन केंद्र स्थापित करने की प्रकिया में हैं। विश्वविद्यालय में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए इनोवेशन हब द्वारा कलाम पेटेंट सेंटर की स्थापना की गई है। इस सेंटर के माध्यम से नवाचारियों को निशुल्क पेटेंट की सुविधा दी जाएगी। जिसका प्रमुख उद्देश्य प्रदेश एवं विश्वविद्यालय की इनोवेशन रैंकिंग को बेहतर बनाना है।
विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट की ओर से प्रतिष्ठित कंपनियों से समन्वय स्थापित कर छात्रों को प्रशिक्षण के साथ ही उनका प्लेसमेंट कराया जा रहा है। जिससे कि अधिक से अधिक छात्र रोजगार पा सकें।
शोध को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय अपने ऐसे संस्थान जिन्हें राष्ट्रीय मूल्यांकन एजेंसियों की ओर से अच्छी ग्रेडिंग मिली है उनमें रिसर्च सेंटर बनाने की पहल करेगा।
– अलग-अलग पाठ्क्रमों के 47269 छात्रों को डिग्री दी जाएगी
– 1 कुलाधिपति स्वर्ण पदक
– 1 कमल रानी वरूण पदक
– 39 स्वर्ण पदक
– 27 रजत पदक
– 25 कान्स्य पदक
– 46 छात्रों को पीएचडी डिग्री अवार्ड होगी
इस मौके पर कुलसचिव रीना सिंह, प्रतिकुलपति एवं परीक्षा नियंत्रक प्रो0 राजीव कुमार, वित्त अधिकारी केशव सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।