मुमताज पीजी कॉलेज में स्टूडेंट लिटरेरी एंड वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित इंटरकॉलेजिएट स्तर पर विभिन्न प्रतियोगी कार्यक्रम आयोजित किये गये।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में पोस्टर मेकिंग, निबंध लेखन, रंगोली, कोलाज मेकिंग और बैत बाजी सहित महत्वपूर्ण प्रतियोगिता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें मुमताज पीजी कॉलेज, करामत हुसैन पीजी कॉलेज, शिया पीजी कॉलेज, अमीर-उद-दौला इस्लामिया डिग्री कॉलेज, नवयुग कन्या महाविद्यालय सहित अन्य महाविद्यालयों की छात्राओं ने भाग लिया।
दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतिम दिन नारा लेखन, कोलाज निर्माण एवं निबंध लेखन का आयोजन किया गया।
इन कार्यक्रमों के निर्णय सुरक्षित हैं और इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं और उनके पुरस्कारों की घोषणा कॉलेज के अगले वार्षिक समारोह में की जाएगी। आज के बैत बाजी कार्यक्रम में छह टीमों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में मुमताज पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर अतीक अहमद फारूकी और मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी लखनऊ कैंपस के फारसी विभाग की अध्यक्ष डॉ निकहत फातिमा ने भाग लिया। बैत बाजी प्रतियोगिता की शुरुआत करते हुए इस प्रतियोगिता की संयोजिका डॉ. परवीन शुजात ने बैत बाजी की परंपरा और उर्दू शायरी के महत्व और महत्व पर एक मूल्यवान चर्चा प्रस्तुत की। बैत बाजी में टीम इकबाल, टीम मीर, टीम जोश, टीम फैज, टीम ज़ौक और टीम मोमिन ने भाग लिया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर मुमताज पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर नसीम अहमद खान ने सभी शिक्षकों, अतिथियों को धन्यवाद दिया और छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
मुमताज पीजी कॉलेज के प्रॉक्टर डॉ. सलमान अहमद खान नदवी ने दो दिवसीय कार्यक्रम की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की और कार्यक्रम का बेहतर संचालन किया।
मुमताज कॉलेज की लिटरेरी एंड वेलफेयर सोसाइटी की संयोजिका डॉ. शीबा सिद्दीकी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों से पाठ्य सहगामी कार्यक्रमों में सक्रिय रहने का आग्रह किया। उन्होंने बैत बाज़ी और अन्य भाषा और साहित्य कार्यक्रमों में छात्रों के रुझान की भी सराहना की। इस मौके पर करामत पीजी कॉलेज से डॉ. नजहत फातिमा और डॉ. तसनीम कौसर चिश्ती, अमीरुद्दौला इस्लामिया डिग्री कॉलेज से डॉ. तबसुम खान और मुमताज पीजी कॉलेज से डॉ. शाजिया सिद्दीकी खान,डॉ शाहीन जमाल, डॉ. मदनी अंसारी डॉ. शकील अहमद, डॉ. मुहम्मद हबीब, डॉ. मुहम्मद शाद, डॉ. ज़ुन्नूरेन हैदर अल्वी, डॉ. सबा तबस्सुम, डॉ. लियाकत अली, डॉ. नाहीद किदवई, डॉ. रूमी फ़ारूक़ी, डॉ. यासिर अंसारी, डॉ. आल अहमद सहित सभी शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के द्वारा हुआ।