यूपी के हज उमरा टूर ऑपरेटर संगठन का कहना है कि पैसे को लेकर कम्युनिकेशन गैप हो गया जिसकी वजह से हमारे 80 फ़ीसदी से ज्यादा हज यात्रियों का कोटा कम कर दिया जिस को लेकर हज यात्रियों में मायूसी छा गयीं हैं और उससे बड़ी समस्या जिन लोगों का पैसा जमा है उनके पैसे की वापसी भी एक समस्या बन गई है। वहीं भारत सरकार का कहना है कि जिन लोगों का पैसा जमा है उन लोगों को अगले होने वाले हज के शत प्रतिशत कोटा उपलब्ध कराया जाएगा उसके बाद दूसरे लोगों को का कोटा जारी किया जाएगा। इन सबके बीच जो यात्री नहीं जाना चाहते हैं उनके रिफंड समस्या हो गई है क्योंकि रिफंड हज खत्म होने के बाद ही सऊदी हुकूमत से वापस भारत सरकार को मिलेगा और उसके पास टूर ऑपरेटर इस बीच जो टूर ऑपरेटर रजिस्टर्ड है उनके पैसे की गारंटी सरकार और टूर ऑपरेटर दोनों देते हैं लेकिन जो टूर ऑपरेटर रजिस्टर्ड नहीं है उनसे पैसे की वापसी यात्रियों *को अपने स्तर पर करनी होगी । हज एंड उमराह टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के महासचिव ताहिर अली ने बताया सऊदी सरकार द्वारा कोटा निरस्त किये जाने से 400 से 500 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि रजिस्टर्ड टूर आपरेटर के लिए सरकार ने 52506 हज यात्रियों का कोटा निर्धारित किया था, जिसे अचानक से सऊदी सरकार ने घटाकर 10 हजार कर दिया। इससे बड़ी संख्या में लोग हज यात्रा से वंचित रह गए
