मादक पदार्थों का दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार विरोधी अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर, मद्यनिषेध विभाग, उत्तर प्रदेश ने अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, गोमतीनगर में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री, आबकारी एवं मद्यनिषेध विभाग, उत्तर प्रदेश नितिन अग्रवाल ने प्रतिभाग किया। डॉ. हरिओम, प्रमुख सचिव, समाज कल्याण विभाग ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
नितिन अग्रवाल ने अपने संबोधन में प्रदेश के युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ और ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ मुहिम को गति प्रदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जनसामान्य की सहभागिता अत्यधिक महत्वपूर्ण है। डॉ. हरिओम ने मादक पदार्थों के सेवन से परिवार, समाज और राष्ट्र को हो रही क्षति पर चर्चा की और नशीले पदार्थों से दूर रहने की अपील की।
राज्य मद्यनिषेध अधिकारी आर.एल. राजवंशी ने अपने परिचयात्मक उद्बोधन में विभाग की उपलब्धियों और मादक पदार्थ विरोधी दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात, माननीय मंत्री द्वारा विभागीय ‘स्मारिका’ 2024 के संस्करण का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. सीमा राठौर ने योग और नशामुक्ति विषय पर चर्चा की और जीवन में योग को अपनाने की अपील की। डॉ. आदर्श त्रिपाठी ने मादक पदार्थों के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों और इसके बचाव के तरीकों पर विस्तृत जानकारी दी। डॉ. सत्येन्द्र गुप्ता ने पंचायती राज संस्थाओं और महिला समूहों की सहभागिता के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षात्मक कार्यक्रम, डाक्यूमेंट्री और जादू के माध्यम से मद्यनिषेध के प्रति जनजागरूकता बढ़ाई गई। अंत में, पोस्टर प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।