एपीडा भारत से मोटे अनाज सहित कृषि उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहित करता है
एपीडा कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मोटे अनाजों के पंजीकृत निर्यातकों को सहायता प्रदान करता है
वाणिज्य विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत एक वैधानिक संगठन, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) को भारत से मोटे अनाज सहित कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने का अधिकार है। प्राधिकरण एपीडा की कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मोटे अनाज सहित अपने पंजीकृत निर्यातकों को सहायता देता है। यह सहायता योजनाओं के विभिन्न घटकों- बुनियादी ढांचे का विकास, गुणवत्ता विकास और बाजार विकास के तहत प्रदान की जाती है। निर्यात-बाज़ार लिंकेज प्रदान करने के लिए समूहों में क्रेता-विक्रेता बैठकें (बीएसएम) आयोजित की जाती हैं। निर्यात के अवसरों का आकलन करने तथा उनका लाभ उठाने के लिए विदेश स्थित भारतीय मिशनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नियमित बातचीत की जाती है। भारतीय मिशनों के माध्यम से देश-विशिष्ट बीएसएम भी आयोजित किए जाते हैं।
वर्ष 2022-23 के दौरान भारत के मोटे अनाजों के निर्यात का राज्यवार विवरण नीचे दिया गया है।
वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष (आईवाईएम – 2023) के रूप में मनाया गया। भारत सरकार ने आईवाईएम के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एक सक्रिय बहु-हितधारक जुड़ाव दृष्टिकोण (केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों, राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों, किसानों, स्टार्ट-अप, निर्यातकों, खुदरा व्यवसायों, होटलों, भारतीय दूतावासों आदि को शामिल करना) अपनाया है। इसका उद्देश्य आईवाईएम-2023 के लक्ष्यों को प्राप्त करना और भारतीय मोटे अनाजों को वैश्विक स्तर पर ले जाना है।
भारत सरकार ने इसे जन आंदोलन बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए हैं ताकि भारतीय मोटे अनाज, व्यंजनों, मूल्य वर्धित उत्पादों को विश्व स्तर पर बढ़ावा दिया जा सके। भारत में जी20 की अध्यक्षता, मिलेट कलिनरी कार्निवाल, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कार्यक्रम, शेफ सम्मेलन, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की प्रदर्शनी, रोड शो, किसान मेले, अर्धसैनिक बलों के लिए शेफ का प्रशिक्षण, इंडोनेशिया और दिल्ली में आसियान भारत पोषक अनाज महोत्सव के दौरान मोटे अनाजों को बढ़ावा दिया गया।
भारत को ‘श्रीअन्न’ के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स रीसर्च (आईआईएमआर), हैदराबाद को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए वैश्विक उत्कृष्टता केंद्र घोषित किया गया है। आईआईएमआर किसानों, महिला किसानों, गृह निर्माताओं, विद्यार्थियों और युवा उद्यमियों को मूल्यवर्धित मोटे अनाज खाद्य उत्पादों, दैनिक व्यंजनों आदि के निर्माण पर प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है और उन्हें स्व-उद्यम स्थापित करने में सहायता कर रहा है। संस्थान ने मोटे अनाज खाद्य पदार्थों के लिए “रेडी टू ईट” और “रेडी टू कुक” सहित मूल्य वर्धित तकनीक भी विकसित की है। इस संबंध में उठाए गए अन्य कदमों में “ईट्राइट” टैग के अंतर्गत मोटे अनाज खाद्य पदार्थों की ब्रांडिंग, जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना और कृषि व्यवसाय इनक्यूबेटर और प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर आदि को बढ़ावा देना शामिल है।
मोटे अनाजों को मुख्यधारा में लाने के प्रयासों को जारी रखते हुए इनके बारे में जागरूकता बढ़ाने और आम जनता के बीच इसे अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दिल्ली हाट, आईएनए, नई दिल्ली में एक ‘मिलेट्स एक्सपीरिएंस सेंटर (एमईसी)’ खोला गया है। सरकारी कर्मचारियों के बीच श्रीअन्न की खपत को प्रोत्साहित करने के लिए सभी सरकारी कार्यालयों को विभागीय प्रशिक्षणों/बैठकों में श्रीअन्न स्नैक्स और विभागीय कैंटीनों में श्रीअन्न आधारित खाद्य पदार्थों को शामिल करने की सलाह दी गई है।
सरकार वैश्विक बाजारों में भारतीय मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अप, शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों, भारतीय मिशनों, प्रोसेसरों, खुदरा विक्रेताओं और निर्यातकों के साथ साझेदारी का लाभ उठाने के लिए काम कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक निर्यात संवर्धन मंच (ईपीएफ) की स्थापना की गई है। एक अलग मोटा अनाज-विशिष्ट वेब पोर्टल विकसित किया गया है जिसमें मोटे अनाज के स्वास्थ्य लाभ, उत्पादन और निर्यात आंकड़े, मोटा अनाज निर्यातक निर्देशिका आदि के बारे में जानकारी शामिल है। एपीडा ने भारत की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए एक व्यापक वैश्विक विपणन अभियान भी आयोजित किया है और इसी के अनुसार 30 आयातक देशों तथा 21 मोटे अनाज उत्पादक राज्यों के ई-कैटलॉग को जारी किया गया है।
मोटे अनाजों के लिए एक वर्चुअल व्यापार मेला (वीटीएफ) विकसित किया गया है और इसे विश्व भर के निर्यातकों और आयातकों के लिए उपलब्ध कराया गया है, जो व्यापार सौदों पर बातचीत के लिए एक ही मंच प्रदान करता है। वीटीएफ 24X7, 365 दिनों के लिए चालू है।
एपीडा ने बायोफैख़-जर्मनी, गल्फफूड-दुबई, नेचुरल प्रोडक्ट्स एक्सपो वेस्ट-यूएसए, इंटरनेशनल फूड एंड ड्रिंक (आईएफई) और बीएसएम-यूके, एसआईएएल फूड-कनाडा, सियोल फूड एंड होटल – दक्षिण कोरिया आदि जैसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेलों में भी भागीदारी का आयोजन किया है, जो निर्यातकों को वैश्विक बाजारों में मोटे अनाज उत्पादों को प्रस्तुत करने और बढ़ावा देने की सुविधा प्रदान करता है। एपीडा मोटे अनाज और मूल्यवर्धित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आयातक देशों में भारतीय मिशनों के साथ भी काम कर रहा है।
State-wise Details of India’s Exports of Millets during 2022-23 | ||
Qty. in MT; Value in USD Millions | ||
State | Qty | Value |
Gujarat | 78106.15 | 34.19 |
Maharashtra | 50486.43 | 24.07 |
Bihar | 19917.76 | 5.53 |
West Bengal | 12587.49 | 3.52 |
Telangana | 1680.25 | 3.30 |
Tamil Nadu | 2952.63 | 2.48 |
Andhra Pradesh | 1319.78 | 0.61 |
Haryana | 301.59 | 0.42 |
Karnataka | 429.25 | 0.35 |
Madhya Pradesh | 345.76 | 0.28 |
Kerala | 326.95 | 0.27 |
Rajasthan | 405.71 | 0.26 |
Uttar Pradesh | 112.14 | 0.11 |
Punjab | 50.64 | 0.07 |
Other States | 26.69 | 0.02 |
Total | 169049.22 | 75.48 |
Source: DGCI&S
यह जानकारी आज लोकसभा में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने एक लिखित उत्तर में दी।