उद्यान उद्यमी सम्मेलन-2023 में उ. प्र. की आम फल पट्टियों से आम निर्यात बढ़ाने के लिए उद्यमियों के साथ मिलकर फूड पार्क स्थापना और निवेश पर सहमति
सरकार हर जिले में दो हाई टेक पौधशालायें स्थापित करने जा रही है जिससे कि किसानों की फल एवम सब्जियों की पौध की आवश्यकता पूरी करने में मदद मिलेगी। यें जानकारियां “हॉर्टीकल्चर इंवेस्टर्स मीट-2023” कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए मुख्य अतिथि उ0 प्र0 कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने भाकृअनुप-केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ में कही।
उन्होंने कहा कि उद्योगों को फूड्पार्क स्थापित करने के लिये जमीन उपलब्ध कराने के लिए हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया।
उत्तर प्रदेश की आम फल पट्टियों से आम का निर्यात बढ़ाने हेतु कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ उद्यमियों की विस्तृत चर्चा हुई और एक फूड पार्क स्थापित कर आम की विभिन्न फल पट्टियों से दशहरी, लंग़डा और चौसा और आम की रंगीन किस्मों यथा अम्बिका, अरुणिका किस्मों के निर्यात को बढाने हेतु निवेश पर सहमति हुई ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त उत्तर प्रदेश सरकार के साथ इनोवा एग्री बायोपार्क, बेंगलुरू के प्रबंध निदेशक डा. के. एस. रवि, खंडेलवाल बायोफर्टिलाइजर्स बेलगाम, कर्नाटक के अध्यक्ष डा. बाल कृष्ण एवम जैन इर्रिगेशन सिस्टम्स के प्रतिनिधियों के बीच सीधी वार्ता में निवेश हेतु आवश्यक नियमों और शर्तों पर सहमति प्राप्त की गयी।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधियों एवं स्टार्ट अप प्रबंधकों और ए बी आई इंकुबेटी के साथ सीधी वार्ता की गई । उ. प्र. सरकार के कृषि अपर सचिव डा. देवेश चतुर्वेदी ने सहभागियों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश के हित में सरकार की तरफ से हर तरह का सहयोग एवम सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर इनोवा एग्री फूडपार्क, बेंगलुरू के प्रबंध निदेशक डा. के. एस. रवि ने कर्नाटक में स्थापित फूड पार्क के बारे में विस्तृत चर्चा की और बताया कि फूड पार्क किस तरह दक्षिणी भारत के पांचो प्रदेशों के किसानों के उद्यानिकी उत्पादों के निर्यात में मदद कर रहा है । इसी तर्ज पर उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी एक फूड पार्क स्थापित करने की योजना का प्रस्ताव दिया है । इस फूडपार्क के माध्यम से आम के साथ साथ अन्य फल और सब्जियों के निर्यात का रास्ता प्रदेशवासियों के लिये खुल जायेगा। उन्होंने अपने सम्बोधन में बताया कि गामा रेडिएशन की सुविधा युक्त समेकित पैक हाउस की स्थापना हेतु कंपनी निवेश करने जा रही है। इस अवसर पर इनोवा एग्री फूडपार्क, बेंगलुरू के प्रबंध निदेशक डा. के. एस. रवि और केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के निदेशक डा. टी दामोदरन ने एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर संस्थान द्वारा विकसित सी आई एस एच बायोएन्हांसर (माइक्रोबियल कंशोर्शियम) के व्यावसायिक उत्पादन हेतु नेचर ग्रीन बायोम, नई दिल्ली के साथ भी एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये ।
इससे पूर्व अपने स्वागत भाषण में भाकृअनुप- केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के निदेशक डा. टी दामोदरन ने बताया कि मलिहाबाद आम फल पट्टी के बागवानों के उत्थान और उत्तर प्रदेश को एक मिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में उद्यान के योगदान को बढ़ाने के उद्देश्य से ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर संस्थान के डा. दामोदरन ने अपने भाषण में संस्थान द्वारा विकसित आम एवम अमरूद की नवीनतम किस्मों, फसल उत्पादन, फसल सुरक्षा एवं तुड़ाई उपरान्त प्रबंधन एवम प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों की विस्तृत चर्चा की । उन्होंने बताया कि संस्थान के सहयोग से बहुत से उद्यमी स्टार्ट उप और उद्यम भी स्थापित कर रहे हैं। उन्होने संस्थान प्रौद्योगिकियों का फायदा उठाने के लिये निवेशकों का आह्वान किया। संस्थान के पूर्व निदेशक डा. शैलेंद्र राजन ने संस्थान द्वारा विकसित किस्मों को अधिकाधिक मात्रा में पौधे तैयार कर सघन बागवानी की आवश्यकता को देखते हुए किसानों की पौधों सम्बंधी मांग पूरी करने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान से आये डा. पी. एम. सिंह ने सब्जियों की नवीनतम किस्मों और संस्थान द्वारा विकसित अन्य उत्पादन प्रौद्योगिकियां प्रस्तुत की। देश के विभिन्न कृषि उद्यमी, स्टार्ट अप प्रबंधक, कृषि उत्पादक संघ, इत्यादि के साथ साथ देश के माने जाने संस्थानों एवम उद्योगों के प्रतिनिधि जैसे उत्तर प्रदेश सरकार के सी ई ओ (इंवेस्ट इन यू पी), एपीडा के महाप्रबंधक डा विनीता सुधांशु, खंडेलवाल बायोफर्टिलाइजर्स के अध्यक्ष डा. बाल कृष्ण एवम जैन इर्रिगेशन सिस्टम्स एवम वी एन आर के प्रतिनिधियों के प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का संचालन निमिशा माहेश्वरी एव धन्यवाद ज्ञापन डा मनीष मिश्र ने किया।