*’अनुरागिनी’ ने दृष्टि संस्था के दिव्यांग एवं अनाथ बच्चों को भेंट किया रियल जूस*
*एमएलसी रमा निरंजन, प्रतिनिधि आर.पी. निरंजन एवं समाजसेवी शिविता गोयल ने की सहभागिता*
*संस्था के अध्यक्ष डॉ.प्रवीण सिंह जादौन ने कहा-दिव्यांग और अनाथ बच्चों की सेवा सबसे बड़ा धर्म*
*लखनऊ।* अनुरागिनी संस्था ने गुरुवार को एक बार पुनः अपने सामाजिक दायित्व का बेहतर प्रदर्शन किया। संस्था ने डाबर इंडिया लिमिटेड के सहयोग से जानकीपुरम विस्तार स्थित दृष्टि सामाजिक संस्थान में दिव्यांग एवं अनाथ बच्चों को रियल जूस का वितरण किया। यह पहल बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को ध्यान में रखते हुए की गई, जिसमें उन्हें पौष्टिक पेय पदार्थ प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया। इस दौरान विधान परिषद सदस्य रमा निरंजन मुख्य अतिथि रहीं। एमएलसी के प्रतिनिधि आर.पी. निरंजन एवं समाजसेवी शिविता गोयल ने बतौर विशिष्ट अतिथि के सहभागिता की।
मुख्य अतिथि रमा निरंजन ने दृष्टि संस्था द्वारा संचालित कार्यों की सराहना करते हुए बच्चों से संवाद किया। उन्होंने बच्चों के बनाए हस्तशिल्प (क्राफ्ट) का अवलोकन किया। उनके हुनर की प्रशंसा की। साथ ही, बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सामान्य जीवन स्थितियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग को इन विशेष बच्चों के सहयोग हेतु आगे आना चाहिए, जिससे ये बच्चे आत्मनिर्भर बन सकें। कार्यक्रम के दौरान अनुरागिनी संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण सिंह जादौन ने कहा कि दृष्टि संस्था अनुकरणीय कार्य कर रही है। उन्होंने संस्था के सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि दिव्यांग और अनाथ बच्चों की सेवा सबसे बड़ा मानवीय धर्म है। डॉ.जादौन ने डाबर इंडिया लिमिटेड का भी आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से यह आयोजन सफल हो सका।
डॉ. जादौन ने आगे कहा कि अनुरागिनी संस्था पिछले कई वर्षों से समाज के वंचित वर्गों, महिलाओं, बच्चों एवं युवाओं के लिए कार्य कर रही है। संस्था का उद्देश्य ऐसे लोगों को मुख्यधारा में लाना है जो सामाजिक, शारीरिक या आर्थिक कारणों से पीछे रह गए हैं। इस प्रकार के आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास, ऊर्जा और सामाजिक जुड़ाव की भावना को बढ़ावा देते हैं। कार्यक्रम में दृष्टि संस्था के प्रमुख धीरेश बहादुर के साथ सूर्य नायक, अरविंद मिश्रा, सुरजीत सिंह, पत्रकार डॉ.अतुल मोहन सिंह, प्रमिल कुमार सिंह, शौर्य प्रताप सिंह ने भी बच्चों के साथ समय बिताया और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए कामना की।