Breaking News

प्राणी हित में हम करें वृक्षारोपण संतति के हित में यही प्यार भरा आगाज

रौंप ग्राम के घसिया बस्ती में पर्यावरण संरक्षण एवं आजीविका समृधि के लिए वृहद पौंधरोपण कार्यक्रम
ऽ तीन हजार फलदार ( अमरुद एवं नींबू ) पौधों सहित नीम सागौन एवं बांस के पौधो का रोपण
ऽ मुख्य अतिथि जिले के सांसद पकौड़ी लाल कोल द्वारा नीम और सागौन का पौधा रोपण करके इस मुहीम का उद्घाटन किया गया

राबर्टसगंज, जिले के रौंप ग्राम के घसिया बस्ती में पर्यावरण संरक्षण एवं आजीविका समृधि के लिए वृहद पौंधरोपण कार्यक्रम में तीन हजार (3000) फलदार वृक्षों (आम अमरुद, नीबूं,) के साथ सागौन नीम के पोधे का रोपण किया गया
जिले के रौंप ग्राम के घसिया बस्ती में जनमित्र न्यास / मानवाधिकार जननिगरानी समिति, (श्रडछ / च्टब्भ्त् ) इंटरनेशनल रिहैबिलिटेशन कौंसिल ऑफ टॉर्चर (प्त्ब्ज्) के द्वारा इंडो जर्मन सोसाइटी रेमसाइड जर्मनी के सहयोग से तीन हजार ( 3000 ) अमरुद और निम्बू के फलदार वृक्षों के साथ दृ साथ नीम, सागौन एवं बांस के पौधों रोपण किया गया द्य
पौंध रोपण कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिले के सांसद माननीय पकौड़ी लाल कोल जी के द्वारा नीम और सागौन का पौधा लगाकर किया गया
विदित हो कि, रौंप घसिया बस्ती के समुदाय लगातार आर्थिक संकट और बच्चों में कुपोषण, से जूझता रहता है, विस्थापित होने के कारण उन्हें कई बार शोषण का शिकार होना पड़ता है जिसका सीधा प्रभाव उनके सामाजिक, आर्थिक विकास पर पड़ता है, ऐसे में उनकी पोषण आवश्यकता और आर्थिक विकास कि दृष्टिकोण से प्रति परिवार छरू अमरुद और छरू निम्बू के फलदार पौंधो का रोपण किया गया
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिले के सांसद जी ने सन्देश दिया कि, स्वस्थ वातावरण और सुरक्षित जीवन के लिए वृक्षारोपण करना आवश्यक है। वृक्षारोपण से पेड़ो की संख्या बढ़ेगी द्य हमारी प्रकृति हरी-भरी होगी। सोनांचल के वनों में रहने वाले जीवों को बचाए रखने के लिए वन संरक्षण करना जरूरी है। वनों को बचाने से हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा एवं हमारा भी जीवन सुरक्षित रहेगा।
इस अवसर कृषि वैज्ञानिक डा शैलेन्द्र सिह ने पौधो को लगाने कि विधि एवं देखभाल करने के तरीके को विस्तार से बताया कि जिससे आने वाले समय में अच्छी मात्रा में फल पैदा किया जा सके
वरिष्ठ पत्रकार विजय विनीत कि उपस्थिति रही जिन्होंने वंचित आदिवासियों के मुद्दों को लगातार अपने लेखन के माध्यम से बड़े फलक पर उठाया है

संस्था के निदेशक डा लेनिन रघुवंशी ने कहाकि, घसिया समुदाय में बड़ी संख्या में पोधे लगाने का उद्देश्य पर्यावरण को संरक्षित करने के साथ – साथ बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पोषक फल आसानी से मिल सके
संस्था की कार्यक्रम निदेशक शिरीन शबाना खान ने कहा कि, फलों का बेहतर स्वास्थ्य के लिए अपना महत्व है परिवार में फल कि उपलब्धता उनके बेहतर जीवन स्तर को प्रदर्शित करता है संस्था की मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी ने कार्यक्रम का संचालन किया
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संस्था से अभिमन्यु प्रताप, मंगला प्रसाद, छाया कुमारी, आनन्द निषाद, रिंकू पाण्डेय, सुशील चौबे, प्रतिमा पाण्डेय, सुभाष प्रसाद, शोभनाथ, ब्रिजेश,, विनोद, राजेन्द्र प्रसाद, ज्योति कुमारी, संजय कुमार और पिंटू गुप्ता आदि उपस्थिति रहे

 

About ATN-Editor

Check Also

1 अक्टूबर, 1869 को ऑस्ट्रिया में जारी हुए पहले पोस्टकार्ड का 154 साल का सफर

शादी-ब्याह, शुभकामनाओं से लेकर विभिन्न आंदोलनों का गवाह रहा है पोस्टकार्ड – पीएमजी कृष्ण कुमार …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *