सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अन्तर्गत समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र (सी0आर0सी0)-लखनऊ के द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले विश्व हिन्दी दिवस को संस्थान के प्रांगण में प्रतियोगिताओं के आयोजन के साथ बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वःरचित कविता पाठ प्रतियोगिता एवं संभाषण प्रतियोगिता का आयोजन सी0आर0सी0, लखनऊ प्रांगण में कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे आदरणीय प्रो0 डाॅ0 यशवंत वीरोदय, प्रोफेसर हिन्दी विभाग, डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री हिमाँशू सिंह, निदेशक, सी0आर0सी0, लखनऊ तथा श्री राजीव रंजन, सह-आचार्य, वाक एवं श्रवण की गणमान्य उपस्थिति रही। इस अवसर पर मुख्य अतिथि उद्बोधन प्रदान करते हुए प्रो0 यशवंत वीरोदय जी ने कहा कि वर्तमान समय में हिन्दी की अस्मिता को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने हेतु आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्सी के प्रयोग से वैश्विक स्तर पर हिन्दी की स्वीकार्यता को बढ़ाया जा सकता है। हम दुनिया के किसी भाषा के शब्द को वैज्ञानिक देवनागरी लिपि में प्रयुक्त कर ,हिंदी को स्थापित कर सकते हैं। संस्थान की तरफ से बीजवक्ता के क्रम में श्री राजीव रंजन जी के द्वारा दिवस विशेषांक प्रस्तुत कर मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया। सी0आर0सी0, लखनऊ द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में स्वः रचित कविता पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान-सूरज कुमार, द्वितीय स्थान-अग्रिम कुमार तथा तृतीय स्थान-अक्षय कुमार ने प्राप्त किया। संभाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान-राहुल वर्मा, द्वितीय स्थान-शोभित कुमार यादव तथा तृतीय स्थान-जनविजय सिंह ने प्राप्त किया।
कार्यक्रम में अध्यापक प्रशिक्षुओं के साथ-साथ दिव्यांगजन एवं उनके अभिभावकों, अधिकारियों, कर्मचारियों ने प्रतिभागिता प्रदान की।