लखनऊ 26 सितम्बर 2025
भाकृअनुप-केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान द्वार विभिन्न आम पट्टी के अंतर्गत आने वाले जिलों यथा लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली, प्रतापगढ, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी के बागवानों के लिए एक दिवसीय आम जीर्णोद्धार कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र में प्रधान वैज्ञानिक डा सुशील कुमार शुक्ल ने सभी आम बागवानों, कृषि विज्ञान केंद्र, उद्यान विभाग एवं वन विभाग से आये प्रतिभागियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ टी दामोदरन ने उद्घाटन भाषण देते हुए सभी बागवानों को संस्थान द्वारा विकसित आम जीर्णोद्धार की नवीनतम तकनीक अपनाने पर जोर दिया। इसके लाभों की चर्चा करते हुए उन्होंने पुराने बागों से जल्द से जल्द और उच्चतम गुणवत्ता के आम का उत्पादन एवं घरेलु और विश्व बाजारों में भेजकर अधिकाधिक लाभ कमाने पर जोर दिया। उन्होंने आम की कटाई – छंटाई हेतु उ. प्र. सरकार के नवीनतम शासनादेश के आलोक में संस्थान की तकनीक अपनाने पर विशेष बल दिया।
तकनीकी सत्र में डॉ. कुंदन किशोर ने तृतीयक शाखा/टेबल टॉप प्रूनिंग की तकनीक और सूक्ष्म विवरणों पर प्रकाश डाला, जिसमें प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक शाखाओं की पहचान, वलयन (Girdling) की विधि और उसके बाद की देखभाल शामिल थी। उन्होंने कहा कि तृतीयक शाखा छंटाई सम्बंधी सरकारी आदेश ने आम के बागों का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करने और आम की उत्पादकता को बनाए रखने में आम किसानों की मदद की है। बागों की काट छांट करते समय दशहरी जैसी किस्म के लिये 14-16 फीट एवं लंगड़ा एवं चौसा जैसी किस्मों हेतु 16-18 की ऊंचाई उपयुक पाई गई। संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. हरिशंकर सिंह ने प्रूनिंग के बाद वृक्षों के प्रबंधन और कीट एवं रोग प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की । डा कुंदन किशोर एवं डा सिंह ने अन्य वैज्ञानिकों के साथ किसानों को आम जीर्णोद्धार की नवीनतम तकनीक का खेत में सजीव प्रदर्शन भी दिया।
संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सुशील कुमार शुक्ल ने कार्यक्रम का संचालन एवं डा दुष्यंत मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मेटाएग्रो लिमिटेड के डा मयंक सिंह एवं एंड्रियाज स्टिल प्राईवेट लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया और मेटाएग्रो लिमिटेड के डा मयंक सिंह ने किसानों के बागों में जीर्णोद्धार की रूपरेखा प्रस्तुत की जबकि एंड्रियाज स्टिल प्राईवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि ने काट-छांट के विभिन्न उपकरणों का प्रदर्शन बाग में किया। इस जीर्णोद्धार कार्यशाला में कुल 118 आम उत्पादकों एवं अन्य प्रतिभागियों ने सहभाग किया।