विश्व उपशामक देखभाल दिवस (World Hospice and Palliative Care Day) जो कि हर साल एक नये विषय को लेकर अक्टूबर के दूसरे शनिवार को मनाया जाता है। इस बार 2025 मै इसका मुख्य विषय (थीम) है:
“Achieving the Promise: Universal Access to Palliative Care”
अर्थात
“वादे को पूरा करना: उपशामक देखभाल (Palliative Care) तक सार्वभौमिक पहुँच”
के अवसर पे स्टेट तकमिलुत्तिब कॉलेज एवं चिकित्सालय के विभाग निस्वान व क़बालत ने सेमिनार का आयोजन किया इस अवसर पे मुख्य वक्ता के तौर पे कैंसर ऐड सोसाइटी लखनऊ की श्रीमती नेहा त्रिपाठी जी को आमंत्रित किया गया। स्वागत उपरान्त निस्वान व क़बालत विभाग के प्रमुख प्रोफेसर मनीराम सिंह ने स्वागत संबोधन के उपरान्त उपशामक देखभाल पर संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि Palliative care से मृत्यु death को गुणवत्तापूर्ण मृत्यु Qualityful death मै कैसे बदला जा सकता है अपने चिकित्सीय अनुभव से समझाया। इसी क्रम में श्रीमती नेहा त्रिपाठी ने उपशामक देख भाल पर विस्तृत व्याख्यान दिया उन्होंने वर्ष
2025 मुख्य विषय के बिंदु पर प्रकाश डालते हुए कहा कि:
यह विषय यह सुनिश्चित करने के प्रयासों को प्रोत्साहित करता है कि हर कोई आवश्यक उपशामक देखभाल प्राप्त कर सके। यह पिछले वर्षों के उस फोकस पर आधारित है जिसमें एकीकृत उपशामक देखभाल (integrated palliative care) के लिए विश्व स्वास्थ्य सभा (World Health Assembly) के प्रस्ताव पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
*पिछले कार्य को आगे बढ़ाना:* यह विषय पिछले वर्षों की वैश्विक बातचीत को जारी रखता है, जिसने विश्व स्वास्थ्य सभा के उस प्रस्ताव की 10वीं वर्षगांठ को चिह्नित किया था जिसमें सभी देशों से उपशामक देखभाल को मजबूत करने का आग्रह किया गया था।
यह सक्रिय रूप से इस दिशा में काम करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है कि उपशामक देखभाल हर किसी के लिए उपलब्ध हो।
*सार्वभौमिक पहुँच पर ध्यान:* मुख्य ज़ोर इस बात पर है कि उपशामक देखभाल सभी के लिए व्यापक स्वास्थ्य सेवा का एक मानक हिस्सा बन जाए, खासकर सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (Universal Health Coverage) के एक घटक के रूप में।
व्याख्यान के उपरान्त परस्पर चर्चा हुए , इस कार्यक्रम मै स्नातक और परास्नातक छात्रों व छात्राओं तथा शिक्षकों ने प्रतिभाग लिया कार्यक्रम का शानदार संचालन परास्नातक छात्रा डा सम्बुल अलम ने किया , प्रवक्ता डॉक्टर मरियम रुकैया ने पुष्प गुच्छ से आज के अतिथि का स्वागत किया। अन्त में प्रोफेसर मनीराम सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया, तथा कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अब्दुल कवि का प्रोत्साहन के लिए बतौर खास शुक्रिया अदा किया। इस अवसर पे डॉक्टर बच्चू सिंह, डॉ नवाज़िशा, डॉ रुश्दा, डॉ फरहीन, डॉ आयशा,डॉ फातिमा डॉ एमन डॉ अज़ीज़ा, डॉ अम्मार सहित काफ़ी संख्या में स्नातक छात्र व छात्राएं मौजूद रहें।