Breaking News

सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 11 साल” विषय पर पाँच दिवसीय कार्यक्रम का पूर्व-प्रचार अभियान

 

 

*केन्द्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ के द्वारा डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है पाँच दिवसीय विशेष कार्यक्रम*

 

*“योजनाओं के बारे में जब तक लोगों को पता ना हो, तब तक लोग उन योजनाओं का पूर्ण लाभ नहीं उठा पाते हैं।”-श्री अरिमर्दन सिंह*

 

*“योजनाओं की सफलता इस बात पर निर्भर करती हैं की उनकी सूचनायें लोगों तक सही समय पर पहुचें” – डॉ श्री रंजीत कुमार*

 

*लखनऊ, 12 अक्टूबर 2025*

 

केन्द्रीय संचार ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, लखनऊ द्वारा डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ में आयोजित किए जाने वाले पाँच दिवसीय विशेष कार्यक्रम के उपलक्ष्य में आज दो दिवसीय पूर्व-प्रचार अभियान की शुरुआत की गई। यह कार्यक्रम “विकसित भारत का अमृत काल: सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 11 साल” की थीम पर केंद्रित है, साथ ही साथ स्वच्छता ही सेवा एवं हाल ही में जीएसटी के दरों में किए गए कल्याणकारी परिवर्तन का भी प्रचार-प्रसार इस कार्यक्रम में किया जा रहा है। कार्यक्रम का मुख्य आयोजन दिनांक 14 से 18 अक्टूबर 2025 तक किया जाएगा।

 

पूर्व-प्रचार अभियान का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री अरिमर्दन सिंह, आईआईएस (सेवानिवृत्त) द्वारा किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री सिंह ने सरकार की जन-कल्याणकारी नीतियों को जन-जन तक पहुँचाने में इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों के महत्व पर प्रकाश डाला।

 

उन्होंने बोला, “योजनाओं के बारे में जब तक लोगों को पता ना हो, तब तक लोग उन योजनाओं का पूर्ण लाभ नहीं उठा पाते हैं।”

 

श्री सिंह ने कहा कि विगत 11 वर्षों में सेवा और सुशासन के माध्यम से गरीब कल्याण की दिशा में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं और इन उपलब्धियों को जनता के साथ साझा करना आवश्यक है।

 

इस उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ (प्रो) वीरेंद्र सिंह यादव, मुख्य प्रभारी, छात्रावास, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय; एवं डॉ रंजीत कुमार, प्रभारी, कृत्रिम अंग एवं पुनर्वास सेंटर, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय उपस्थित रहे।

 

इस अवसर पर श्री यादव ने “आओ मिलकर एक दीप जलायें” शीर्षक पे एक कविता प्रस्तुत की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्र-छात्राओं तथा आम जनमानस के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इनके द्वारा उनको योजनाओं और सरकार की नीतियों की जानकारी मिलती है जिनका वह लाभ उठा सकते हैं।

 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री कुमार ने कहा कि “योजनाओं की सफलता इस बात पर निर्भर करती हैं की उनकी सूचनायें लोगों तक सही समय पर और सही तरीक़े से पहुँच पायें।”

 

केन्द्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ के निदेशक, श्री मनोज कुमार वर्मा ने कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि 14 से 18 अक्टूबर तक चलने वाले मुख्य कार्यक्रम में प्रतिदिन अलग-अलग विषयों पर चर्चा और गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी।

 

उन्होंने बताया कि इन पाँच दिनों में ‘गरीब, दिव्यांग एवं वंचितों का कल्याण व सम्मान’ , ‘नारी शक्ति तथा महिला एवं बाल विकास’ , ‘कृषि विकास एवं किसानों का कल्याण’ , ‘शिक्षा में प्रगति एवं विकास’ , तथा ‘सभी के लिए सुलभ व सस्ती स्वास्थ्य सेवा’ जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सत्र आयोजित होंगे, जिनमें जाने-माने विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय के अटल प्रेक्षागृह में एक चित्र प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा, जो सरकार की उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगी।

 

श्री वर्मा ने यह भी बताया कि यह पाँच दिवसीय कार्यक्रम और चित्र प्रदर्शनी सभी आगंतुकों के लिए पूर्णतः निःशुल्क रहेगी और उपस्थित लोगों के लिए जलपान की व्यवस्था भी की जाएगी।

 

आज के पूर्व-प्रचार कार्यक्रम के दौरान उपस्थित दर्शकों एवं छात्रों के लिए एक ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त, “मैजिकल स्ट्रोक” के ज़ैदी मैजिक द्वारा माइंड रीडिंग और इल्लूजन के कार्यक्रम ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रसिद्ध जादूगर शाशा के प्रदर्शन ने भी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।

 

कार्यक्रम का सफल संचालन श्री राजेंद्र विश्वकर्मा “हरिहर” द्वारा किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय संचार ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री जय सिंह, श्री लक्ष्मण शर्मा, श्री अमन त्रिपाठी, श्री प्रेम सिंह नेगी, एवं श्री जितेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारीगण, कर्मचारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

*****

About ATN-Editor

Check Also

अंतर्राष्ट्रीय सरकारें और व्यवसाय भारत की खाद्य मूल्य श्रृंखलाओं के विस्तार के लिए सहयोग कर रहे हैं

  वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 का समापन हुआ, वैश्विक कृषि-खाद्य मूल्य श्रृंखलाओं में भारत की …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *