*सहकारिता आंदोलन को मिलेगा नया बल: डॉ. प्रवीण सिंह जादौन*
उरई (जालौन) उत्तर प्रदेश में चल रहे एम-पैक्स सदस्यता महाअभियान को और व्यापक बनाने के लिए इसकी अवधि को 12 अक्तूबर से बढ़ाकर 31 अक्तूबर 2025 तक कर दिया गया है। अभियान की शुरुआत 12 सितंबर 2025 को पूरे प्रदेश में एक साथ की गई थी और प्रारंभिक अवधि एक माह की निर्धारित थी। लेकिन अभियान की सफलता और ग्रामीण स्तर पर मिले अत्यधिक उत्साह को देखते हुए इसकी तारीख आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ के निदेशक डॉ. प्रवीण सिंह जादौन ने “एम-पैक्स सदस्यता अभियान को 31 अक्तूबर 2025 तक बढ़ाकर करने को सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर का सराहनीय कदम बताया तारीख बढ़ने से अब और अधिक पात्र लोग इस योजना से जुड़ पाएंगे।
इस अभियान में जनपद जालौन के सहकारी कर्मियों, समितियों, प्रबंध मंडलों और सहकारी कार्यकर्ताओं ने जो उत्साह दिखाया है, वह सराहनीय है। आने वाले दिनों में इसे और गति देने के लिए गांव-गांव तक विशेष जनसंपर्क और जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति इससे वंचित न रह जाए।
एम-पैक्स सदस्यता अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण जनता को सहकारिता से जोड़ना और उन्हें वित्तीय एवं सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। इस अभियान के तहत किसानों, मजदूरों, छोटे उद्यमियों और ग्रामीण नागरिकों को सहकारी समितियों का सदस्य बनाकर उनके लिए विकास के नए रास्ते खोले जा रहे हैं। सहकारिता आंदोलन की यही शक्ति है — “साझा प्रयास, साझा विकास।”
किसानों और ग्रामीणों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना ही नहीं, बल्कि उन्हें विकास की मुख्यधारा में शामिल करना भी इस अभियान का उद्देश्य है।
डॉ. जादौन ने ग्रामीण क्षेत्र के युवाओ से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में अपनी नजदीकी सहकारी समितियों से जुड़ें, सदस्यता प्राप्त करें और सहकारी संस्थानों की सुविधाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन तभी मजबूत होगा जब हर व्यक्ति इस अभियान का सक्रिय हिस्सा बनेगा।
एम-पैक्स सदस्यता महाअभियान से प्रदेश में न केवल सहकारी ढांचे को मजबूती मिलेगी, बल्कि किसानों और ग्रामीण परिवारों के जीवन में आर्थिक स्थिरता और आत्मनिर्भरता भी आएगी। सहकारिता का यह मॉडल “सबका साथ, सबका विकास” की भावना को सशक्त करता है।