पंजाब नैशनल बैंक अंचल कार्यालय लखनऊ में अंचल प्रमुख मृत्युंजय जी की अध्यक्षता में राजभाषा मुख्य समारोह सह पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अंचल कार्यालय, मंडल कार्यालय, आंचलिक लेखा परीक्षा कार्यलाय तथा स्टाफ प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रसिद्ध लेखिका एवं सेवानिवृत मुख्य प्रबंधक-राजभाषा (यूको बैंक) डॉ रजनी गुप्त उपस्थित रही। कार्यक्रम का शुभारंभ पंजाब नैशनल बैंक के संस्थापक स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय को माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया । कार्यक्रम की शुरूवात करते हुये अंचल प्रमुख श्री मृत्युंजय ने कहा कि राजभाषा हिन्दी में कार्य करना हम सभी के लिए गौरव एवं गर्व की बात है। हिन्दी भारत के जनसामान्य की भाषा है, जनसंपर्क की भाषा है। राजभाषा हिन्दी शासकीय प्रयोजन की भाषा तो काफी समय के बाद बनी है उससे पूर्व ही यह जनमानस के हृदय में विराजमान हो चुकी थी और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन इस बात का प्रमाण है कि हिन्दी ने पूरे देश को एकजुट करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। हिन्दी राष्ट्रीय गौरव एवं अस्मिता की प्रतीक ही नहीं बल्कि भारत की आत्मा की आवाज है। हमारा बैंक राजभाषा हिन्दी के कार्यान्वयन में अग्रणी है और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हमारे बैंक के प्रबंध कौशल की सराहना हुई है और इसी के साथ हमें वर्ष 2022-23 के लिए भारत सरकार का राजभाषा कीर्ति प्रथम पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। मुख्य अतिथि डॉ रजनी गुप्त ने भी हिन्दी भाषा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान के संदर्भ में हिन्दी की महत्ता पर प्रकाश डाला तथा सभी स्टाफ सदस्यों को हिन्दी में अधिक से अधिक कार्य करने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में राजभाषा संबंधी विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये गये एवं हिन्दी को बढ़ावा देने के लिये उनका उत्साहवर्धन किया गया । कार्यक्रम का संचालन राजभाषा प्रबंधक सुश्री अन्नु यादव द्वारा किया गया और धन्यवाद ज्ञापन मंडल प्रमुख लखनऊ श्री रितेश मिश्र द्वारा किया गया। इस अवसर पर उप अंचल प्रमुख श्री अनुपम शर्मा, स्टाफ प्रशिक्षण केन्द्र 1 के प्रिसिंपल रमेश कुमार तनेजा और स्टाफ प्रशिक्षण केन्द्र 2 के प्रिंसिपल श्री अनुज वर्मा व कार्यालय के समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।