24 देशों से 37 शिक्षक करेंगे शिरकत
’ रामटेक, अजंता, एलोरा का करेंगे सांस्कृतिक भ्रमण
वर्धा,
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में 7 से 19 अगस्त तक अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षकों के लिए अभिविन्यास कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में 28 देशों के 37 हिंदी शिक्षक शामिल हो रहे हैं।विश्वविद्यालय और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद्, नई दिल्ली (आईसीसीआर) के बीच हुए एक स्थायी अनुबंध के अंतर्गत यह आयोजन किया जा रहा है। इस 12 दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम में लंदन, मास्को, बैंकाक, बर्लिन, बुडापेस्ट, कैरो, कोलंबो, यागोन, डर्बन, दुसांबे, जॉर्जटाउन, काठमांडू, कुआलालम्पुर, पारामारिबो, पोर्ट ऑफ स्पेन, सुवा, ताश्कंद, तेहरान, द हेग, थिम्फू, हनोइ, दर ए सलाम आदि स्थानों में कार्यरत शिक्षक प्रतिभागिता कर रहे हैं। इन शिक्षकों को भाषा शिक्षण, अनुवाद, हिंदी भाषा संरचना, हिंदी का अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य, भारतीय साहित्य, संस्कृति, रामायण, महाभारत, कुटुंब व्यवस्था एवं विवाह संस्कार, भारतीय शिक्षा प्रणाली, योग, कला, ज्ञान परंपरा आदि विषयों से परिचित कराया जाएगा। कार्यक्रम के अंतर्गत रामटेक, अजंता एवं एलोरा का सांस्कृतिक भ्रमण भी सम्मिलित है। कार्यक्रम का उद्घाटन सोमवार, दि. 7 अगस्त को विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में पूर्वाह्न 10रू00 बजे ग़ालिब सभागार में संपन्न होगा। उद्घाटन समारोह में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् की उप महानिदेशक अंजू रंजन भी उपस्थित रहेंगी।
ध्यातव्य है कि दि. 26 जुलाई 2022 को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् के महानिदेशक श्री कुमार तुहिन ने विश्व भर में हिंदी में शैक्षिक गतिविधियों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये थे। इस अनुबंध के अंतर्गत विश्व भर के हिंदी शिक्षकों और राजनयिकों इत्यादि के लिए हिंदी शिक्षण-प्रशिक्षण, अभिविन्यास इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन ऑनलाइन एवं प्रत्यक्ष रूप में किया जा रहा है। इस श्रृंखला में इससे पूर्व भूटान के राजनयिकों एवं पर्यटनकर्मियों के लिए दो बार ऑनलाइन कार्यक्रम संपन्न हुए हैं। इस कार्यक्रम में आगंतुक शिक्षकों को बापू कुटी, सेवाग्राम तथा परमधाम आश्रम, पवनार भी दिखाया जाएगा। इसके सफल आयोजन के लिए कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल के दिशा-निर्देशन में कार्यवाहक समितियों का गठन किया गया है। इस कार्यक्रम का समन्वयन प्रो. कृष्ण कुमार सिंह कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के प्रभारी प्रति-कुलपति प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल ने उपरोक्त जानकारी दी।