लखनऊ के पराग मंडल कार्यालय में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में दुग्ध उत्पादकों के लिए विशेष डिजिटल उत्पादों की पहल की। इस अवसर पर इंडियन बैंक लखनऊ अंचल प्रबंधक प्राणेश कुमार और पराग मंडल अध्यक्ष शिखा सिंह तोमर ने एमओयू का आदान-प्रदान किया।
समझौते पर हस्ताक्षर इंडियन बैंक की ओर से प्राणेश कुमार और पराग मंडल की ओर से महाप्रबंधक विकास बाल्यान ने किए। इस कार्यक्रम में पराग मंडल के अधिकारी नीलेश श्रीवास्तव, पराग सुपरवाइजर, इंडियन बैंक मवई शाखा प्रबंधक अमित वर्मा, और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
डिजिटल क्रांति की दिशा में कदम
इंडियन बैंक के अंचल प्रमुख प्राणेश कुमार ने बताया कि यह समझौता उत्तर प्रदेश के दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
इस पहल के तहत पराग प्लांट को दूध उपलब्ध कराने वाले किसानों को डिजिटल माध्यम से बिना किसी कोलेटरल के ₹2 लाख तक का कृषि ऋण (किसान क्रेडिट कार्ड) उपलब्ध कराया जाएगा। इससे न केवल दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि किसानों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनने में मदद भी मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में इंडियन बैंक का विस्तृत नेटवर्क
श्री कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से विकास की राह पर है और इंडियन बैंक इस यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में इंडियन बैंक की 1,081 शाखाएं, 536 एटीएम, 4,343 बीसी लोकेशन, और 6,469 टच पॉइंट्स हैं। ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बैंक लगातार नए डिजिटल उत्पाद डिजाइन कर रहा है ताकि प्रभावशाली और त्वरित सेवाएं दी जा सकें।
पराग मंडल और किसानों के लिए विशेष सहयोग इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक लखनऊ सुधीर कुमार गुप्ता ने एमओयू की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने किसानों से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आग्रह किया।
पराग मंडल के अध्यक्ष शिखा सिंह तोमर ने भी इस समझौते को क्षेत्र के दुग्ध उत्पादकों के लिए लाभकारी बताया। यह एमओयू न केवल दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने का माध्यम बनेगा बल्कि क्षेत्र के किसानों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इंडियन बैंक की यह पहल डिजिटल युग में कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।