भारतीय रिज़र्व बैंक लखनऊ ने राज्य के सरकारी स्कूलों के आठवीं से दसवीं कक्षा के छात्रों को लक्षित करते हुए राज्य स्तरीय वित्तीय साक्षरता प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया। प्रश्नोत्तरी में दो-दो छात्रों की छह टीमों ने भाग लिया। टीमों को आरबीआई लखनऊ द्वारा पहले आयोजित ब्लॉक स्तरीय और जिला स्तरीय प्रश्नोत्तरी में उनके प्रदर्शन के आधार पर चयनित किया गया था जिसमें 3126 छात्रों की कुल 1563 टीमों ने भाग लिया था।
👉 बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री शिक्षा संदीप सिंह ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई और छात्रों को वित्तीय साक्षरता के विभिन्न पहलुओं के बारे में सीखना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों की उस यात्रा की सराहना की जिसमें छात्रों ने ब्लॉक स्तरीय और जिला स्तरीय प्रश्नोत्तरी के लिए योग्यता हासिल की और राज्य स्तर तक पहुंचे। उन्होंने प्रतिभागियों को सीखने के प्रति अपना उत्साह और जिज्ञासा बनाए रखने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार छात्र समुदाय को हर तरह का समर्थन देने के लिए तैयार है।
👉 प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए भारती रिजर्व बैंक ने क्षेत्रीय निदेशक डॉ. बालु केंचप्पा, कहा कि एक मजबूत नींव स्थापित करने के लिए बच्चों को कम उम्र में वित्तीय साक्षरता और शिक्षा से परिचित कराने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भाग लेने वाले छात्रों को लंबा सफर तय करके आने के लिए बधाई देते हुए छात्रों को वित्तीय क्षेत्र में नवीनतम गतिविधियों से स्वयं को अपडेट रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने वित्तीय जागरूकता, ग्राहक शिक्षा और संरक्षण की दिशा में आरबीआई द्वारा उठाए जा रहे उपायों के बारे में चर्चा की।
प्रश्नोत्तरी पांच राउंड और एक विशेष राउंड में आयोजित की गयी जिसमें विभिन्न पहलुओं अर्थात राज्य (उत्तर प्रदेश), आरबीआई, वित्तीय क्षेत्र के विनियामकों और वित्तीय जागरूकता को शामिल किया गया। राजकीय इंटर कॉलेज (अमेठी), राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज (वाराणसी) और राजकीय इंटर कॉलेज (मुजफ्फरनगर) ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। शीर्ष तीन टीमों को क्रमशः ₹20,000, ₹15,000 और ₹10,000 के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अन्य प्रतिभागी टीमों को भी सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
विजेता टीम को जोनल और राष्ट्रीय स्तर की प्रश्नोत्तरी में भाग लेने का अवसर मिलेगा जिसे आगामी महीनों अगस्त और सितंबर 2023 में आयोजित किए जाने की संभावना है।
इस कार्यक्रम में आरबीआई लखनऊ, नाबार्ड और एसएलबीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।