उत्तर प्रदेश मेडिकल टूरिज्म एंड फार्मा एक्सपो
इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्वास्थ्य सेवाएं समाज और अर्थव्यवस्था के मूलभूत क्षेत्रों में से एक हैं। सामाजिक स्वास्थ्य सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक समान पहुंच प्रदान करने से व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वास्थ्य, आर्थिक वृद्धि और विकास पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। स्वास्थ्य क्षेत्र भी एक प्रमुख रोजगार क्षेत्र है, जिसमें रोजगार सृजन की महत्वपूर्ण संभावनाएं हैं। यें बातें उत्तर प्रदेश मेडिकल टूरिज्म एवं फार्मा एक्सपो एवं समिट के दूसरे दिन मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश आयुष प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में कही।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के सक्षम नेतृत्व में, आयुष सोसायटी पहले से ही आयुष अस्पतालों और औषधालयों के उन्नयन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर आयुष सुविधाओं के सह-स्थान के माध्यम से सार्वभौमिक पहुंच के साथ लागत प्रभावी आयुष सेवाएं प्रदान कर रही है। और जिला अस्पताल (डीएच)। यह आयुष शैक्षणिक संस्थानों, राज्य सरकार के उन्नयन के माध्यम से राज्य स्तर पर संस्थागत क्षमता को भी मजबूत कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि आयुष का लक्ष्य देश में भारतीय चिकित्सा प्रणालियों और होम्योपैथी कॉलेजों के शैक्षिक मानकों को उन्नत करना है; मौजूदा अनुसंधान संस्थानों को मजबूत करना और उन पहचानी गई बीमारियों पर समयबद्ध अनुसंधान कार्यक्रम सुनिश्चित करना जिनके लिए इन प्रणालियों में प्रभावी उपचार है; इन प्रणालियों में उपयोग किए जाने वाले औषधीय पौधों के प्रचार, खेती और पुनर्जनन के लिए योजनाएं तैयार करना; भारतीय चिकित्सा पद्धतियों और होम्योपैथी दवाओं के लिए फार्माकोपिया मानक विकसित करना।
दो दिवसीय सम्मेलन में डॉ. जी एन सिंह, सलाहकार, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश;अनिरुद्ध गौड़, अध्यक्ष प्रशासन, बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन प्रा. लिमिटेड और निदेशक- शतमजीवा वेलनेस सेंटर; डॉ. शिव पूजन शुक्ला, सीईओ- बायोटॉक्स सॉल्यूशंस राम औतार गुप्ता, सचिव, आईपीए यूपी; प्रोफेसर पुष्पेंद्र त्रिपाठी, निदेशक फार्मास्युटिकल साइंसेज संस्थान, लखनऊ विश्वविद्यालय; प्रो. राकेश के. दीक्षित, प्रोफेसर, क्लिनिकल फार्माकोलॉजी, केजीएमयू; डॉ. जी एन सिंह, सलाहकार, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश; प्रो त्रिवेणी सिंह, आईपीएस, पुलिस अधीक्षक, साइबर अपराध पुलिस, उत्तर प्रदेश; आशुतोष सोती, सम्मेलन अध्यक्ष, डॉ. जतिंदर सिंह, सहायक महासचिव, पीएचडीसीसीआई और अतुल श्रीवास्तव, क्षेत्रीय निदेशक, यूपी चौप्टर, पीएचडीसीसीआई और कई अन्य प्रसिद्ध स्वास्थ्य देखभाल विशेषज्ञ और उद्योग सदस्य ने भाग लिया।
इस सम्मेलन में विदेशी महेमानों ने भी अपनी बातों को रखा जिसमें से प्रमुख होडाबालू टोकिनाड्ड, वित्तीय अताशे-वाणिज्यिक व्यापार और व्यवसाय से संबंधित मामले, टोगो के सचिव प्रथम कॉनराड नाना कोजो असिदु, काउंसलर- व्यापार, संस्कृति और पर्यटन, घाना गणराज्य के उच्चायोग, डीश्जिमतोला कोडजिनन, प्रथम सचिव, चाड दूतावास,
एवं हेमंडोयल डिलम, उच्चायुक्त -मॉरीशस उच्चायोग,डॉ. सुरेंद्र थापा, मिशन के उप प्रमुख, नेपाल दूतावास थे।