उत्तर प्रदेश में लगातार निवेश और औद्योगीकरण की मदद से बिजली की मांग में बढ़ोतरी भी है वहीं उत्पादन में उतनी क्षमता नहीं बढ़ पाई यही वजह है वैकल्पिक ऊर्जा की तरफ सरकार का और निवेशों का विशेष ध्यान है इसी को लेकर पीएचडी यूपी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री आगामी 8 से 10 मई तक लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी एनर्जी एक्सपो 2025 का आयोजन किया जा रहा है यह जानकारियां प्रेस वार्ता के दौरान पीएचडी चैंबर के राज्य प्रमुख अतुल श्रीवास्तव ने राज मुख्यालय में दी।
उन्होंने बताया कि एक्सपो में 150 से अधिक प्रदर्शक देश-विदेश से भाग लेंगे।सौर ऊर्जा, स्मार्ट ग्रिड और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से जुड़ी नवीनतम तकनीकों और नवाचारों का प्रदर्शन किया जाएगा।
सम्मेलन सत्रों में भविष्य की सौर और नवीकरणीय ऊर्जा नीतियों और तकनीकों पर विशेषज्ञ चर्चा करेंगे।
उन्होंने बताया कि एक्सपो के मुख्य उद्देश्यः
उत्तर प्रदेश को सौर ऊर्जा निवेश के हब के रूप में स्थापित करना। सौर ऊर्जा उत्पादन और भंडारण के लिए उद्योगों को प्रोत्साहित करना।
राज्य को ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) विनिर्माण और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्बर में वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित करना।
बैटरी स्वैपिंग और चार्जिंग स्टेशन के विकास के लिए निवेश आकर्षित करना।
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI), पराग मिश्रा, सम्मेलन संयोजक, यूपीईएक्स ने बताया कि यह एक्सपो प्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार और विक को गति देगा। उन्होंने बताया कि
केंद्र सरकार की “पीएम सूर्य घरः मुफ्त बिजली योजना” के तहत घरेलू सोलर पैनल पर सब्सिडी दी जा
उत्तर प्रदेश सरकार भी सोलर पैनल और ईवी पर अनुदान दे रही है।
ईवी चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना में सरकार विशेष रुचि ले रही है।
“पीएम कुसुम योजना” के तहत किसानों को सौर पंप और ग्रिड से जुड़े अक्षय ऊर्जा आधारित संयंत्र स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
यूपी सोलर नीति 2022 के तहत वर्ष 2026-27 तक 22,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य है क्षेत्रीय निदेशक अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि यह एक्सपो ईवी और स्वच्छ ऊर्जा से जुड़े स्टार्ट अपा, नवाचारों और तकनीकों को सामने लाने का सुनहरा अवसर होगा। इससे न सिर्फ प्रदेश, बल्कि देश में भी हरित ऊर्जा की दिशा में मजबूती आएगी।
प्रदर्शनियों के मुख्य विषयः
1. यूपी सोलर एक्सपो- सौर प्रौद्योगिकियों और समाधानों का व्यापक प्रदर्शन।
2. स्मार्ट ग्रिड एक्सपो – स्मार्ट मीटर, ऊर्जा प्रबंधन, डिजिटल ग्रिड आदि पर फोकस।
3. इलेक्ट्रिक मोबिलिटी शोकेस – नवीनतम ईवी, वार्जिंग सॉल्यूशंस और इनोवेशन।
सम्मेलन और नेटवर्किंग:
10 थीम आधारित सत्र, 60 से अधिक वक्ता।
स्टार्टअप्स, उद्योगपति, निवेशक, नीति निर्माता और शोधकर्ता एक ही मंच पर।
B2B मीटिंग, पैनल चर्चा और लाइव डेमो का आयोजन।
निष्कर्षः
यूपी एनर्जी एक्सपो 2025 ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार, निवेश और नीति संवाद को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा मंच बनेगा। यह एक्सपो उत्तर प्रदेश को स्वच्छ, सतत और सशक्त ऊर्जा भविष्य की दिशा में आगे ले जाएगा।