लखनऊ । ‘हेरिटेज ऑफ अवध‘ नामक ट्रस्ट द्वारा एक नाटक ‘हत्या‘ का मंचन संगीत नाटक एकेडमी (एस0एन0ए0) के वाल्मीकि रंगशाला, निकट रिजर्व बैंक,गोमती नगर,लखनऊ में किया गया । जिसमें विभिन्न किरदारों ने अपनी कला से र्दशकों को लगातार नाटक से जोड़े रखा । इस नाटक में आरोपी आदर्श तिवारी के पिता की कैंसर के कारण मृत्यु हो जाती है । आरोपी धनाभाव के कारण अपने पिता का सही से इलाज न करा पाने के कारण व अपने परिवार का भरण पोषण तक न कर पाने की वजह से इतना दुखी हुआ कि वह ईश्वर से ही नाराज़ हो गया और उसकी हत्या कर दी ।
नाटक में वकील और आरोपी में जबरदस्त बहस होती है जिसमें वकील इस बात को मानने को तैयार ही नहीं है कि कोई शख्स ईश्वर की ही हत्या कर सकता है। पूरे नाटक में वकील और आरोपी में जो बहस चलती है वह आम ज़ि़दगी के विभिन्न पहलुओं को छूती है और सिस्टम पर बहुत से सवाल भी खड़े करती है । यह नाटक कहीं न कहीं ओशो के विचारों पर आधारित है । नाटक ने आम जनता को एक संदेश देते हुए कहा कि हमें धर्म को आत्मसात नहीं करना है बल्कि अपने अंदर धर्म को उतारना है जैसे कि कोई व्यक्ति पानी के अंदर उतरता है लेकिन उसकी प्यास तब तक नहीं बुझती है जब तक कि पानी को अपने अंदर न उतारे । इस नाटक की खास बात यह भी थी कि इसमें जज का किरदार निभाने वाले बीडी नकवी वास्तविक रुप से भी जज रह चुके है । नाटक में वकील के रुप में प्रणव श्रीवास्तव , आरोपी के रुप में आदर्श तिवारी , यमराज के रुप में अतुल द्विवेदी पत्नी के रुप में मुस्कान सोनी पिता के रुप में रंजीत पाल व लाला के रुप में संकल्प आदि ने अपनी कला का लोहा मनवाया ।
नाटक का निद्रेशन रियाज़ अल्वी , कार्यशाला निद्रेशक रहमान खान , प्रोडयूसर मुजतबा खान व म्यिुजिक सहायक अलिशबा खान ने हिस्सा लेकर इस नाटक को कामयाब बनाने में अपना योगदान दिया । पूरे नाटक के दौरान हाल खचाखच भरा रहा और दर्शक लगातार तालियों से कलाकारों का उत्साहवर्धन करते रहे । कार्यक्रम का संचालन मिस अंजुम ने किया ।