विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर राजकीय यूनानी चिकित्सा मेडिकल कॉलेज लखनऊ के विभाग निस्वां व क़बालत ने किया जागरुकता कार्यक्रम पर विभाग प्रमुख प्रोफेसर मनीराम सिंह ने विश्व मासिक धर्म की स्वच्छता के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए महिलाओं से अपील की , कि अपने आसपास पास पड़ोस रिश्तेदार आदि में जो बच्चियों 10-12 साल की उम्र की हैं उन्हें इस जैविक प्रक्रिया के बारे में समझाएं ताकि बीमारियों से बचाव किया जा सके । उन्होंने आगे बताया कि जानकारी के अभाव के कारण महिलाओं में कई प्रकार की बीमारियां धीरे-धीरे पनपने लगती हैं जिन्हें रोका जा सकता है। इस अवसर पर विभाग की परा स्नातक छात्राएं डॉक्टर रुश्दा फातमा ने डॉक्टर गजल हाशमी व डॉक्टर फरीन फातिमा ने भी अपने-अपने विचार साझा किये ।
अंत में डॉक्टर सिंह ने सभी का शुक्रिया अदा किया और इस कार्यक्रम के माध्यम से सरकार से अपील की की महिलाओं को जिस तरीके से सरकार द्वारा सुविधा दी जा रही हैं उसी क्रम में किशोरियों को हर महीने सैनिटरी पैड्स स्कूल के माध्यम या किसी अन्य माध्यम से मुफ्त में दिलवाने का काम किया जाए तो यह एक बड़ी पहल होगी।
आज उत्तर प्रदेश सरकार ₹1 के पर्चे पर उपचार का कार्य कर रही है। जिससे जनमानस लाभान्वित हो रहे हैं । उसी क्रम में अस्पताल के माध्यम से कम से कम 25 वर्ष तक की किशोरियों को हर महीने के हिसाब से सैनिटरी पैड्स उपलब्ध कराए जाए तो अच्छा होगा।