*राष्ट्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में भारतीय डाक की बढ़ती भूमिका को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय डाक सप्ताह का होगा आयोजन -पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव*
*9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस : ‘संचार को सक्षम बनाने और राष्ट्रों के लोगों को सशक्त बनाने के 150 वर्ष’ की थीम के साथ यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन मनाएगा 150वीं वर्षगांठ*
‘राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ 7 से 11 अक्टूबर तक मनाया जायेगा। इस दौरान डाक सेवाओं में हुए नवाचार के बारे में जागरूकता और ग्राहक आधार का विस्तार करने पर जोर दिया जाएगा। उत्तर गुजरात परिक्षेत्र, अहमदाबाद के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय डाक सप्ताह का आयोजन राष्ट्र के सामाजिक व आर्थिक विकास में भारतीय डाक की बढ़ती भूमिका को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। वित्तीय सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए, विशेष रूप से बालिका सशक्तिकरण, डाक व पार्सल सेवाएं जैसे कि डाकघर निर्यात केंद्र, ऑन-द-स्पॉट सेवाएं जैसे आधार अपडेट, आदिवासी, दूरस्थ, पहाड़ी, उपेक्षित और बिना बैंकिंग वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक सप्ताह के दौरान, हर दिन को एक विशेष उत्पाद या सेवा पर फोकस किया जाएगा, जिसके तहत विभिन्न गतिविधियाँ और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 7 अक्टूबर को डाक व पार्सल दिवस, 8 अक्टूबर को फिलेटली दिवस, 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस,10 अक्टूबर को अंत्योदय दिवस और 11 अक्टूबर को वित्तीय सशक्तिकरण दिवस मनाया जायेगा।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि ‘विश्व डाक दिवस’ का उद्देश्य विश्व भर में लोगों के दैनिक जीवन, व्यापार और सामाजिक व आर्थिक विकास में डाक सेवाओं की भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। ‘एक विश्व-एक डाक प्रणाली’ की अवधारणा को साकार करने हेतु 9 अक्टूबर, 1874 को ‘यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन’ की स्थापना बर्न, स्विट्जरलैंड में की गई, जिससे विश्व भर में एक समान डाक व्यवस्था लागू हो सके। भारत प्रथम एशियाई राष्ट्र था, जो कि 1 जुलाई 1876 को इसका सदस्य बना। कालांतर में वर्ष 1969 में टोकियो, जापान में सम्पन्न यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन कांग्रेस में इस स्थापना दिवस 9 अक्टूबर को ‘विश्व डाक दिवस’ के रूप में मनाने हेतु घोषित किया गया। वर्ष 2024 में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन ( यूपीयू ) अपनी 150वीं वर्षगांठ मना रहा है, अत: इस वर्ष की थीम है ‘संचार को सक्षम बनाने और राष्ट्रों के लोगों को सशक्त बनाने के 150 वर्ष’।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक सप्ताह के दौरान डाक सेवाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं ग्राहक सेवा विस्तार द्वारा राजस्व अर्जन में वृद्धि पर जोर दिया जायेगा। वहीं डाक सेवाओं की कार्यप्रणाली को समझने हेतु स्कूली बच्चों द्वारा डाकघरों का भ्रमण, क्विज, स्टैम्प डिजाइन, ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। मेल व पार्सल कस्टमर्स मीट, डाक निर्यात केंद्र, आधार कैम्प, वित्तीय साक्षरता कैम्पेन, बचत सेवाओं, डाक जीवन बीमा, सुकन्या समृद्धि योजना और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक उत्पादों इत्यादि को लेकर हर जिले में वित्तीय सशक्तिकरण मेलों और डाक चौपाल का आयोजन किया जायेगा।